गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 22 नवंबर। ग्राम कुर्रा में राष्ट्रीय सेवा योजना, रेडक्रास, रेड रिबन क्लब के स्वयंसेवकों ने बाल संरक्षण सप्ताह के अंतिम कड़ी में बाल अधिकार विषयान्तर्गत जागरूकता अभियान चलाया है।
कार्यक्रम के प्रथम चरण में सेठ फूलचंद महाविद्यालय परिसर में कार्यक्रम संयोजक डॉ. आरके रजक, प्रो. जीएस मैत्री, प्रो. आदर्श वैष्णव व स्वयंसेवकों ने सामूहिक शपथ लिए कि हम सभी अपने गांव व शहरो में 0-18 वर्ष के बच्चो का टीकाकरण, बाल शिक्षा, बाल स्वास्थ्य, बाल श्रमिक कुपोषित बच्चो की जानकारी लेकर समानता व उनके अधिकारों के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे।
प्रो. मैत्री ने कहा कि कोरोना का तीसरी लहर बच्चो को प्रभावित करेगा ऐसे में हम सभी बच्चो के प्रति सतर्क रहे। सरकार बच्चो के कोरोना टीकाकरण अतिशीघ्र प्रारम्भ करने जा रहें है। समाज के विभिन्न वर्गों के बीच बाल अधिकार साक्षरता का प्रसार बच्चो के लिए उपलब्ध सुरक्षोपाय के बारे में जागरूकता फैलाना जरुरी है। स्वयं सेवक नितलेश कुमार ने सभी स्वयंसेवकों को आगाह करते हुए बताया की कोरोना महामारी भारत में पूर्ण रूप से खत्म नहीं हुआ है, लेकिन विभिन्न त्योहारों में हम सभी निर्भय होकर एक दूसरे के सम्पर्क में आ रहे है, बाल संरक्षण के इस अभियान में हम अपने छोटे भाई बहनों को सहेज कर रखने में योगदान दे।
कार्यक्रम के दूसरे चरण में ग्राम कुर्रा बस्ती में जागरूकता रैली, नुक्कड़-नाटक के माध्यम से शिक्षा और अपनों का प्यार यही है बच्चो का अधिकार, हर बच्चा पढ़ेगा तभी तो, देश बढ़ेगा,जो पाता है जीवन में शिक्षा, पूरी होती है उसकी इच्छा, बाल दिवस का ये नारा बच्चो से है, राष्ट्र हमारा, बाल मजदूरी पाप है ,बच्चो के लिए अभिशाप हैं। बालिका पढ़ेगी देश बढ़ेगी। ऐसे अनेक नारों से ग्रामीण जनो को प्रभावित किए। स्वयंसेवकों ने घर-घर जाकर गर्भवती महिला का टीकाकरण, कुपोषण बचाव, पोषण आहार, बच्चो का अधिकार, कोरोना टीकाकरण, बच्चो के स्वास्थ्य, बच्चो की पढाई, समानता, भेदभाव, सामूहिक अन्याय, पालको को बताते हुए चाइल्ड हेल्प लाइन 1098 के बारे में जानकारी दी।
डॉ. रजक ने बताया कि यूनिसेफ राष्ट्रीय योजना के माध्यम से स्वयंसेवक कुर्रा, पटवा चिपरिडीह, हसदा, गोबरा, सोंठ, घोंट, चंपारण सहित अनेक ग्रामो में दस्तक देकर नारा लेखन, बाल शिक्षा, कोरोना टीकाकरण का अभियान, गर्भवती महिला, बाल विवाह, बालश्रम को रोकने का अभियान चलाएंगे।