महासमुन्द
कहा-जनसुनवाई गलत, सरपंच व सचिव द्वारा दिए गए प्रस्ताव फर्जी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 24 नवंबर। तुमगांव क्षेत्र के ग्रामीण खैरझिटी में लगने वाले औद्योगिक इकाई पॉवर प्लांट का विरोध करते हुए कल दोपहर 2.30 बजे कलेक्टोरेट पहुंचे और मुख्य गेट के सामने ही घरने पर बैठ गए। वे यहां 4 घंटे तक धरने पर बैठे रहे।
घेराव कर ग्रामीणों ने अधिग्रहण के लिए हुई जनसुनवाई को गलत बताया, साथ ही सरपंच व सचिव द्वारा दिए गए प्रस्ताव को फर्जी बताते हुए निरस्त करने की मांग की। शाम 5.30 बजे कलेक्टर से प्रतिनिधियों की मुलाकात के बाद ही ग्रामीण धरने से उठे और वापस गांव लौट गए।
इसके पहले डिप्टी कलेक्टर सुभाष टंडन ग्रामीणों से ज्ञापन लेने पहुंचे, लेकिन ग्रामीणों ने पहले कई बार देने के बाद भी कार्रवाई नहीं होने का हवाला देते हुए उन्हें वापस भेज दिया। आखिरकार शाम 5.30 बजे कलेक्टर डोमन सिंह ने ग्रामीणों के एक प्रतिनिधि मंडल से मुलाकात की।
इस दौरान कलेक्टर ने ग्रामीणों की मांगें सुनी और कहा कि वे उनकी समस्याओं से शासन को अवगत कराएंगे। घटनाक्रम इस तरह है कि कल जिला पंचायत सदस्य जुगनू चंद्राकर के नेतृत्व में ग्राम खैरझिटी के ग्रामीण तुमगांव मार्ग स्थित शारदा मंदिर के पास एकत्रित हुए। डेढ़ बजे बाइक, ट्रैक्टर व बस के माध्यम से रैली निकालकर नारेबाजी करते हुए ग्रामीण कलेक्टोरेट पहुंचे और गेट के सामने अपनी मांगों को लेकर बैठ गए। कलेक्टर से मुलाकात करने गए प्रतिनिधि मंडल ने गांव के सरपंच व सचिव को पद से मुक्त करने की मांग की।
प्रतिनिधि मंडल ने कलेक्टर को अवगत कराया कि प्लांट लगाने के लिए सरपंच का संरक्षण पाकर सरपंच पुत्र ने फर्जी प्रस्ताव पारित कर, गुंडगर्दी, गाली गलौज एवं मनमानी की है। अत: सरपंच को पद मुक्त किया जाए। ग्रामीणों ने एसपी को भी मामले में आवेदन देकर फर्जी प्रस्ताव तैयार करने वालों पर कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में करणी कृपा प्राइवेट लिमिटेड की ओर से पावर प्लांट लगाने के लिए सरपंच व सचिव के द्वारा फर्जी प्रस्ताव बनाकर प्रशासन को दिया गया है। प्लांट लगने से गांव की कृषि योग्य भूमिए, अनुपयोगी एवं पर्यावरण प्रदूषित हो जाएगी। इसका जनमानस पर गहरा प्रभाव पड़ेेगा।