कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 25 नवम्बर। कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान कामकाज बंद होने से जब लोग आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे, उस दौरान शहर में नियम-कायदों को ताक पर रखकर चल रही प्राइवेट फायनेंस कंपनी ने लोगों की मजबूरियों का जमकर फायदा उठाया। पहले घर-घर जाकर लोन बांटा और अब जानकारी मिल रही है कि लोन में ली गई रकम जमा करने के बाद भी भोलेभाले कम पढ़े-लिखे एवं अशिक्षत लोगों को प्रताडि़त किया जा रहा है और उन्हें जेल भिजवाने की धमकी दी जा रही है।
नगर पंचायत खोंगापानी की कई महिलाओं ने एसडीएम के नाम तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर प्राइवेट फायनेंस कंपनी द्वारा परेशान किए जाने की लिखित शिकायत दर्ज कराते हुए कार्रवाई की मांग की। सुनीता, भारती, सकुन, आशा, सीता, आरती, बरखा, लीलावती, फूलबाई, सोनकुंवर आदि महिलाओं ने अपनी शिकायत में कहा कि खोंगापानी आदिवासी क्षेत्र कोल दफाई में कई प्रायवेट फायनेंस कंपनी के संचालकों ने कोरोना काल में लॉकडाउन का फायदा उठाते हुए गरीब आदिवासी महिलाओं के घर पर जाकर उन्हें 30 से 50 हजार रूपए नगद ब्याज पर उपलब्ध कराए और किश्त के रूप में लोन में ली गई रकम चुकाने के लिए कहा गया, लेकिन अब ऐसी कई महिलाएं जिनके द्वारा लोन में ली गई रकम किश्त के रूप में जमा कर दी गई है, बावजूद उन्हें यह कहकर परेशान किया जा रहा है कि अभी भी उनके ऊपर लोन बकाया है।
महिलाओं ने अपनी शिकायत में अन्नपूर्णा, एचडीएफसी, वेल स्टार एवं बंधना आदि प्राइवेट फायनेंस कंपनी का जिक्र करते हुए कहा कि संबंधित कंपनियों के एजेंट द्वारा बार-बार उनके घर आकर गाली-गलौज करने एवं जेल भिजवाने की धमकी दी जा रही है। महिलाओं का कहना है कि लोन में ली गई रकम की पूरी किश्त उनके द्वारा जमा कर दी गई है, लेकिन लोन बकाया बताकर उन्हें प्रताडि़त किया जा रहा है। परेशान महिलाओं ने अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि लॉकडाउन के बाद किसी प्रकार उनकी जिंदगी पटरी पर लौट रही है, लेकिन आए दिन प्राइवेट फायनेंस कंपनी के एजेंटों द्वारा उन्हें उनके मानसिक रूप से प्रताडि़त कर उनका जीना दूभर कर दिया है।
एसडीएम के निर्देश पर होगी कार्रवाई - तहसीलदार
तहसीलदार बजरंग साहू ने कहा कि खोंगापानी की कुछ महिलाओं ने उन्हें एसडीएम के नाम ज्ञापन सौंपकर प्राइवेट फायनेंस कंपनी के खिलाफ शिकायत की है। एसडीएम अवगत कराया जाएगा और उनके निर्देश पर इस मामले में आगे नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।