सरगुजा
चप्पल के सहारे कातिल तक पहुंची पुलिस
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर,25 नवम्बर। सरगुजा पुलिस ने मैनपाट घाटी में एक महिला के अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने में बड़ी सफलता हासिल की है। इस मामले को सुलझाने में पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी और पुलिस अंतत: मृतका के चप्पल के सहारे उसके परिजन तक पहुंच गई और शिनाख्ती के बाद हत्या करने वाले उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने बताया कि महिला का प्रेमी उससे शादी नहीं करना चाहता था और न ही उसे घर मे रखना चाहता था, इसलिए पहले उसका गला घोट हत्या कर दी और बाद में उसकी शिनाख्त न हो पाए, पेट्रोल से भिगे कपड़े को आग लगा उसका चेहरा व शरीर के अन्य अंगों को जला दिया था।
गुरुवार को अंबिकापुर पुलिस कोआर्डिनेशन सेंटर में मामले का खुलासा करते हुए सरगुजा एसपी अमित तुकाराम काम्बले ने बताया कि गत 2 नवम्बर को सरगुजा जिला के दरिमा थाना क्षेत्र अंतर्गत मैनपाट घाटी के ग्राम रकेली झांगझरिया खाई में एक अज्ञात महिला की लाश अधजली क्षत विक्षत स्थिति में पड़ी हुई मिली थी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि महिला की पहचान करना बहुत मुश्किल था,उसका चेहरा व बॉडी जला हुआ था। शव के पास अधजली सलवार कुर्ता, शिव जी की मूर्ति और चप्पल पहचान करने के लिए था। महिला का जो चप्पल घटनास्थल पर मिला था, पुलिस ऐसा चप्पल कहां-कहां बेचा जाता है, इसका पता लगाया और 50 से ज्यादा गुम इंसानों की तस्दीक कराई गई।
अज्ञात मृतका की शिनाख्ती हेतु जिला के समस्त थाना एवं सरहदी जिलों के थानों से संपर्क कर गुम महिला के संबंध में जानकारी प्राप्त किया गया। इसके अतिरिक्त घटना स्थल के आने-जाने के मार्ग में लगे सीसीटीवी फुटेज को भी चेक कराया गया। इसी बीच थाना राजपुर की गुम महिला दीक्षा सिंह पति अजय सिंह निवासी ग्राम नौकी थाना राजपुर के संबंध में जानकारी प्राप्त हुई कि वह 25 अक्टूबर 2021 से अपने घर से निकल गयी है तथा उसका मोबाईल भी स्विच ऑफ है। उक्त गुम महिला के परिजनों को घटना स्थल से मिले अधजले कपड़े, चप्पल, शिव जी की मूर्ति को दिखाया गया, जिस पर मृतिका के परिजनों के द्वारा अपने पुत्री दीक्षा का होना बताया।
शिनाख्ती हो जाने के उपरांत आरोपी की पता- तलाश हेतु प्रयास किया गया। जिस पर यह जानकारी मिली कि मृतिका पिछले कुछ महिनों से अपने पति से अलग होकर अपने मायके में रह कर राजपुर स्थित रूपेश अग्रवाल के बजाज ऑटो शो रूम में काम करने लगी थी, जहां उसकी पहचान शोरूम में ही फायनेंसियर / रिकवरी का काम करने वाले अशोक कौशिक उम्र 25 वर्ष परसागुड़ी थाना राजपुर जिला बलरामपुर से हुयी। जिसके साथ दीक्षा का प्रेम संबंध निर्मित हुआ। दीक्षा अशोक से कहती थी कि वह अपने ससुराल नहीं जाना चाहती तथा वह उससे शादी करना चाहती है। इस बात से आरोपी अशोक भयभीत हो गया।
25 अक्टूबर को सुबह 5.30-6 बजे के मध्य मृतका फोन पर आरोपी को बोली कि वह अपने घर से निकल गयी है और वह उसके घर आ रही है। नहीं रखोगे तो थाने में केस कर दूंगी। जिस पर आरोपी दीक्षा से बोला कि वह बस से चरगढ़ तक आये, वहां से वह उसे बाईक में बैठा लेगा। दीक्षा और आरोपी वहां से मैनपाट जाने के रास्ते की ओर निकले। करीब 12.30 बजे जब आरोपी अशोक और दीक्षा मैनपाट घाटी चढ़ चुके थे, वहीं आरोपी अपनी बाईक खड़ी किया और दीक्षा को अंदर जंगल की ओर ले गया, जहां पर आरोपी ने दीक्षा का गला दबाकर हत्या कर दी। मृतिका की शिनाख्ती न हो पाये, इस कारण आरोपी के द्वारा पेट्रोल से भीगे कपड़े को माचिस की तीली से जलाकर मृतका के चेहरे एवं उपरी हिस्से को जला दिया गया और उसके मोबाईल तथा सीम को फेंक दिया था। सरगुजा एसपी ने मामले का खुलासा करने वाले पुलिस टीम को 5 हजार नगद इनाम देने की घोषणा की है।
आरोपी अशोक को आज गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष न्यायिक रिमाण्ड हेतु भेजा गया। सम्पूर्ण कार्रवाई में थाना दरिमा प्रभारी निरीक्षक आशा तिर्की, शिशिरकांत, भूपेश सिंह, सरफराज फिरदौसी, राकेश यादव, राकेश मिश्रा, सुरजीत कोरी, राकेशयर्मा, संजय केरकेट्टा, सोहन राजवाडे, अनुग्रह तिर्की आदि का योगदान रहा।