राजनांदगांव
अनुशासनहीनता के आरोप में वाट्सअप में दी गई निलंबन की जानकारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 26 नवंबर। नगर निगम के पूर्व सभापति और नेता प्रतिपक्ष शिव वर्मा को निकाय चुनाव के बीच भाजपा ने पार्टी से निलंबित करने की अपुष्ट खबर सामने आई है। वर्मा को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में भाजपा के आर्थिक प्रकोष्ठ वाट्सअप ग्रुप में घोर अनुशासनहीनता के तहत निलंबित किया गया है। हालांकि लिखित आदेश अभी तक वर्मा को नहीं मिले हैं, लेकिन वाट्सअप में जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव के हवाले से पार्टी की सदस्यता से निलंबित किए जाने की जानकारी वायरल की गई है। कार्रवाई को कुछ महीना पहले वर्मा द्वारा पार्टी की अनुमति के बगैर सार्वजनिक कार्यक्रम किए जाने से जोडक़र देखा जा रहा है।
सूत्रों का कहना है कि वर्मा पर डोंगरगढ़ और दूसरे क्षेत्रों में पार्टी के आड़ में कार्यक्रम किए जाने की शिकायत की गई थी। जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव ने कुछ दिनों पहले संगठन से जुड़े पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी। इस शिकायत पर कार्रवाई करने के लिए आम राय बनी। महापौर रहते मधुसूदन यादव के कार्यकाल में वर्मा ने बतौर सभापति कार्य किया था। वह पूर्व में नेता प्रतिपक्ष भी रहे हैं। शंकरपुर के अलावा वह दूसरे वार्डों से लगातार पार्षद चुनाव जीतकर निगम के सदन में पहुंचते रहे हैं। उनके निलंबन की खबर से पार्टी में खलबली मच गई है। यह कार्रवाई ऐसे वक्त में की गई है, जब राजनंादगांव के वार्ड नं. 17 में उपचुनाव और खैरागढ़ में निकाय चुनाव में पार्टी अपनी ताकत झोंकने की तैयारी में है।
मिली जानकारी के मुताबिक जिलाध्यक्ष यादव ने कार्रवाई के लिए कड़ा निर्णय लिया है। पिछले कुछ दिनों से वर्मा और जिलाध्यक्ष यादव के बीच राजनीतिक मनमुटाव बढ़ गए थे। दोनों के बीच तल्खियां बढऩे की खबरें संगठन स्तर पर चर्चा का विषय रही है। इस संबंध में भाजपा के महामंत्री सचिन बघेल ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि संगठन की ओर से निलंबन संबंधी कोई आदेश जारी नहीं हुआ है। इस विषय पर अधिकृत जानकारी नहीं है। उधर पूर्व नेता प्रतिपक्ष वर्मा ने भी संगठन से निलंबन आदेश नहीं मिलने की पुष्टि की है। फिलहाल निलंबन की खबर से पार्टी हल्के में खलबली मच गई है। सोशल मीडिया के जरिये निलंबित किए जाने कार्रवाई को लेकर एक धड़ा हैरान भी है।