कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 26 नवंबर। जिले के शिल्पकला के लिए देश ही नहीं अपितु विदेशों में भी मशहूर है। इस कलानगरी की कलाकृतियों के प्रति लोगों के उत्साह का एक रूप दिल्ली के प्रगति मैदान पर आयोजित सरस आजीविका मेला में देखने को मिला। जहां जिले के बड़ेराजपुर विकासखण्ड के विश्रामपुरी स्थित प्रगति स्व.सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित रॉट आयरन शिल्प की प्रदर्शनी लगाई गई। जिसमें लोगों की भीड़ देखने को ही बनती थी। जहां दिल्ली वासियों ने इस मेले में आकर कोण्डागांव निर्मित कलाकृतियों को पंसद किया जा रहा है।
इस मेले में हिस्सा लेने शासन की ओर से नोडल अधिकारी के रूप में सरस आजीविका मेले में पहुंचे जिले के आजीविका मिशन प्रबंधक विनय सिंह ने बताया कि जिले की प्रदर्शनी के स्टॉल के प्रति लोगों का उत्साह अभूतपूर्व रहा है। प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग यहां आकर आदिम कलाकृतियों का अवलोकन करते हैं। इस मेले में सर्वाधिक विक्रय करने वाले समूहों में प्रगति स्व.सहायता समूह भी सम्मिलित है।
इस संबंध में जिला पंचायत सीईओ प्रेमप्रकाश शर्मा ने प्रगति स्व.सहायता समूह को सरस आजीविका मेले में बेहतरीन प्रदर्शन हेतु बधाई देते हुए कहा कि प्रगति स्व.सहायता समूह द्वारा जिले को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है। इस समूह द्वारा बीते 10 दिनों में मेले में कुल 3 लाख 7 हजार रूपए की कलाकृतियों का विक्रय किया गया है। इस प्रकार जिले के समस्त स्व.सहायता समूहों को आजीविका से जोडक़र नई पहचान दिलाने का प्रयास लगातार जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है।