बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कसडोल, 27 नवंबर। संविधान दिवस छत्तीसगढ़ के प्रथम स्वाधीनता संग्राम सेनानी शहीद वीरनारायण सिंह की जन्म एवं कर्म भूमि सोनाखान शहीद स्मारक स्थल पर मनाया गया।
इस कार्यक्रम में शहीद वीरनारायण के वंशज राजेन्द्र दीवान, कुंतो दीवान, गायत्री दीवान, शुभानसिंह दीवान, रामसिंह दीवान आदि परिवार अमृतलाल कैवर्त अध्यक्ष ,पुनीराम यादव मोहनदास मानिकपुरी नारायण देवदास मदालसा पैकरा राजिम जैतवास देवेन्द्र बघेल रामसाय यादव दुलारी पैकरा जोधी लाल कैवर्त मनीष देवदास ग्राम पंचायत खोसड़ा तथा आश्रित गांव दलदली गिन्डोला खोसड़ा महकोनी कुकरिकोन्हा के महिला समूहों ग्रामीणों ने काफी संख्या में उपस्थित होकर संविधान दिवस 26 नवम्बर को मनाया गया। इस अवसर पर शहीद वीरनारायण सिंह के जन्म भूमि सोनाखान गांव के अलावा कसौंदी, महकम बंग्लापाली भूसडीपाली चनहॉट अर्जुनी महराजी नवागांव आदि 18 टोला गांव के काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।
गौरतलब हो कि इस अवसर पर वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त करते हुए संबोधन में बताया कि आजादी के बाद लोकतांत्रिक व्यवस्था लागू करने 26 नवम्बर 1949 को संविधान अंगीकृत किया गया जिसे 26 नवम्बर 1950 को लागू किया गया। बताया गया कि 26 नवम्बर 2015 से संविधान दिवस का शुभारंभ हुआ, जो लगातार आज के दिन पूरे देश में मनाया जाता है।
इसके पहले 26 नवंबर राष्ट्रीय कानून दिवस के रूप में मनाया जा रहा था।