बस्तर
जगदलपुर, 27 नवम्बर। बस्तर की लोक संस्कृति के संरक्षण और संवर्द्धन के लिए आसना में स्थापित बादल एकेडमी में तीन दिसम्बर से लोक संस्कृति की झलक दिखाई देगी। यहां जगदलपुर शहर के विभिन्न विद्यालय के छात्र छात्राऐं बस्तर की संस्कृति को प्रदर्शित करते हुए लोक नृत्य, लोकगायन, लोकनाटक आदि की प्रस्तुति करेंगे। बादल इवेंट के अंतर्गत प्रत्येक शुक्रवार को होने वाले इस अभिनव बादल लोकोत्सव में निर्मल विद्यालय, विद्या ज्योति, माता रूकमणी सेवा संस्थान, हम अकादमी एवं डी. पी. एस जगदलपुर विद्यालय के छात्र छात्राऐं बादल में अपनी प्रस्तुति देंगे।
उल्लेखनीय है कि बस्तर कलेक्टर रजत बंसल के मार्गदर्शन व दिशा निर्देश में ग्राम पंचायत आसना में बस्तर अकादमी ऑफ डान्स आर्ट एण्ड लिटरेचर बादल की स्थापना की गई है।
हल्बी स्पीकिंग कोर्स होगा शुरु
बस्तर के प्रख्यात साहित्यकार लाला जगदलपुरी के जन्मदिवस 17 दिसम्बर से आसना स्थित बादल एकेडमी में सात दिवसीय हल्बी स्पीकिंग कोर्स प्रारंभ किया जा रहा है। इस हल्बी स्पीकिंग कोर्स में बस्तर जिले के शासकीय अधिकारी-कर्मचारी अपने शासकीय कार्य का संपादन करने के उपरांत दोपहर 3 बजे से शामिल होंगे। लाला जगदलपुरी की स्मृति में 18 दिसम्बर को बादल अकादमी में हल्बी, भतरी, गोंडी, हिन्दी के कवियों का आंचलिक कविता पाठ का आयोजन किया जा रहा है। इस महत्वपूर्ण आंचलिक कविता पाठ कार्यक्रम में लाला जगदलपुरी जी की रचनाओं पर बातचीत भी होगी। 24 जनवरी 2022 को बादल अकादमी में ‘बीर मन चो सुरता‘ कार्यक्रम किया जायेगा। जिसमें बस्तर अंचल के वीर क्रांतिकारियों जिन्होनें अंग्रेजों से लोहा लेकर आजादी की लड़ाई में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी उन्हें नाटक, कविता, विचार गोष्ठी के माध्यम से स्मरण किया जायेगा। फरवरी 2022 माह में यूनिसेफ के माध्यम से बस्तर के युवा कलाकारों पर केन्द्रित कार्यक्रम प्रस्तावित है। 08 मार्च 2022 को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर बस्तर की महिलाओं पर केन्द्रित कार्यक्रम बादल में आयोजित किया जायेगा। बादल अकादमी में आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों के प्रतिभागियों को बादल की ओर से प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया जायेगा।