राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ से भाजपा अध्यक्ष यादव ने की पुष्टि
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 28 नवंबर। नगर निगम के पूर्व सभापति और नेता प्रतिपक्ष शिव वर्मा के निलंबन को लेकर चल रहे अटकलों पर जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव ने स्पष्ट रूप से कहा है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के चलते संगठन ने कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि जल्द ही उन्हें निलंबन की कापी मिल जाएगी। यादव के इस फैसले को लेकर भाजपा में हडक़ंप की स्थिति है।
वर्मा पर अनुशासनात्मक कार्रवाई कर जिलाध्यक्ष यादव ने अपने सख्त तेवर दिखाते एक तीर से कई निशाने साधे हैं। विपक्ष में रहते भाजपा का सांगठनिक ढांचा डगमगाया हुआ है। भाजपा के भीतर लगातार असंतुष्टों ने संगठन के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। हर थोड़े महीनों के अंतराल में विरोध को लेकर सोशल मीडिया और अन्य मंचों पर बयानबाजी हो रही है। भाजपा अध्यक्ष यादव ने वर्मा के जरिये गुटबाजी को बढ़ावा देने वाले नेताओं को भी एक तरह से चेतावनी दी है। वर्मा को तीन दिन पहले निलंबित किए जाने की खबर से संगठन में उथलपुथल शुरू हो गई। मिली जानकारी के मुताबिक यादव ने भाजपा के आर्थिक प्रकोष्ठ के वाट्सअप ग्रुप में निलंबित किए जाने की सूचना दी। निलंबन की जानकारी सोशल मीडिया में वायरल होते ही संगठन के दूसरे नेताओं में आपाधापी मच गई। वर्मा और यादव के बीच नगर निगम में शासन के दौरान भी मनमुटाव रहा।
सूत्रों के मुताबिक वर्मा की कार्यप्रणाली से महापौर रहते यादव कई मामलों पर नाराजगी जाहिर कर चुके थे। हालांकि सार्वजनिक रूप से वर्मा को यादव ने अपने साथ रखा, लेकिन अंदरूनी खींचतान उस दौरान भी रही। सूत्रों का कहना है कि वर्मा पर निगम अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के पद पर रहते कथित भ्रष्टाचार के आरोप भी लगे थे। वर्मा उस समय भी सुर्खियों में आए जब तत्कालिन महापौर नरेश डाकलिया के कार्यकाल में उनके कक्ष से फर्जी सील और अन्य दस्तावेज मिले। हालांकि राज्य में भाजपा के शासन होने के चलते अफसरों ने कार्रवाई नहीं कर वर्मा को अभयदान दे दिया था।