कांकेर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 29 नवंबर। देवी-देवता के झगड़े को लेकर चल रहे विवाद के कारण वृद्ध चाची पर चाकू और सील-बट्टे से जानलेवा हमला कर फरार जेठानी के आरोपी बेटे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के अनुसार 20 नवंबर को प्रार्थी दिनेश कुमार निषाद ने थाना कांकेर में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनकी 65 वर्षीय वृद्ध माता गांव में स्थित पुराने मकान में अपनी पोती के साथ रहती थी। परिवार अन्य सदस्य गांव के दूसरे मोहल्ले में रहते हैं। घटना के दिन वृद्धा पार्वती निषाद घर पर अकेली थी। उसे अकेला पाकर 12 बजे दिन में कोई अज्ञात नकाबपोश व्यक्ति घर के अंदर प्रवेश कर वृद्धा को चाकू से गले में एवं सिलबट्टे से सीने में प्राणघातक प्रहार कर फरार हो गया।
टीआई सरस दुबे ने बताया कि पुलिस टीम ने लगातार गांव में कैंप कर घटनास्थल के आसपास निवासरत लोगों एवं घायल महिला के रिश्तेदारों व परिवार के सदस्यों से पूछताछ की। जांच पड़ताल के दरम्यान पुलिस को ग्रामीणों एवं घायल महिला के परिवार के सदस्यों के माध्यम से जानकारी मिली कि घायल पार्वती निषाद एवं उसके परिवार का उसकी जेठानी नवली बाई निषाद एवं उसके परिवार के बीच देव देवता कार्य की बात पर पुराना विवाद था। जिस पर नवली बाई का बड़ा पुत्र हिंसा राम निषाद ने कुछ वर्ष पहले भी पार्वती बाई को मारने का प्रयास किया था। इस बात को लेकर पंचायत में बैठक भी हुई थी।
ग्रामीणों से पुलिस को यह भी जानकारी मिली कि अभी हाल में भी दोनों परिवारों के मध्य ज्यादा विवाद हो रहा था। पुलिस ने संकलित तथ्यों के आधार पर आरोपी हिंसा राम निषाद (46) को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की। पुलिस की सघन पूछताछ में आरोपी ने हत्या करने की नीयत से पार्वती निषाद पर चाकू एवं सिलबट्टे से प्राणघातक प्रहार करना स्वीकार किया।
आरोपी ने पुलिस को बताया कि देव कार्य के कारण पार्वती निषाद से पुराना विवाद था। घटना के कुछ दिन पहले ग्राम कोकड़ी में मंगलू बैगा के घर देव कार्य की बैठक भी हुई थी। उसमें भी पार्वती निषाद एवं हिंसा निषाद के मध्य विवाद हुआ था। घटना दिनांक के 1 दिन पूर्व रात्रि में पार्वती निषाद एवं उसकी जेठानी नवली बाई के मध्य मामूली विवाद हुआ था। इसके बाद आरोपी हिंसा राम निषाद की मां नवली बाई निषाद की तबीयत खराब हो गई थी। जिसे अस्पताल ले जाना पड़ा था। इस बात से आरोपी हिंसा राम निषाद नाराज था।
आरोपी हिंसा राम ने सोचा कि पार्वती निषाद के कारण ही उसकी मां की तबीयत खराब हुई है। इसका बदला लेने पार्वती निषाद की हत्या करने की नीयत से हिंसा राम निषाद चाकू लेकर अपनी पहचान छिपाने मुंह को गमछा से ढंक कर पार्वती निषाद के घर पहुंचा और चाकू से उसके गले में वार किया। वहीं पास में पड़ वजनदार सिलबट्टे से उसके सीने में प्रहार किया। इसके बाद पीछे के रास्ते से भाग गया।
घायल वृद्धा की चीख सुनकर पड़ोसी वहां पहुंचे व उनके परिजनों को इसकी जानकारी देकर अस्पताल पहुंचाने में मदद की। आरोपी हिंसा राम निषाद हाटकोंगेरा को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल दाखिल किया है।