राजनांदगांव
कार्यालय के काट रहे चक्कर, भूख हड़ताल में बैठने की तैयारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 30 नवंबर। आमागढ़, भुरभुसी जंगल में एक वर्ष पहले कंपाटमेंट नंबर 737 के कक्ष क्रमांक 2 में कूप कटाई करने वाले मजदूरों को सवा साल से मजदूरी का भुगतान प्राप्त नहीं हुआ है। ग्रामीणों की शिकायत है कि वन विभाग के रेंजर व एसडीओ को शिकायत किए जाने के बाद भी उन्हें अब तक मजदूरी नहीं मिल पाई है। ब्लॉक के ग्राम भुरभुसी के ग्रामीणों ने खुलासा किया कि उनके गांव के लोगों ने 15-15 दिन कूप कटाई की और केवल उनके गांव के लोगों को ही मजदूरी का भुगतान नहीं मिल पाया है। जिससे ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है।
ग्राम भुरभुसी के ग्रामीण माथुर सिंह किरंगे, खिल्लूराम किरंगे, गणेशराम, राकेश, अमर सिंह घावड़े, रोशन, लोकेश व प्रदीप कुमार ने डीएफओ व कलेक्टर को दिए गए शिकायत पत्र में बताया कि वर्ष 2020 में कंपाटमेंट नंबर 737 में कूप कटाई कार्य में मजदूरी का कार्य किया था।
ग्रामीणों ने बताया कि कूप कटाई का कार्य उत्पादन वन मंडल के माध्यम से हुआ था। उन्होंने बताया कि कटाई के कार्य में उन्होंने पखवाड़ेभर मजदूरी का कार्य किया था, जिसका भुगतान आज तक उन्हें प्राप्त नहीं हुआ था। ग्रामीणों ने खुलासा किया कि कूप कटाई का काम उनके गांव के अलावा आसपास के गांव के ग्रामीणों ने भी किया था, लेकिन उन्हें अब तक मजदूरी का चुकारा नहीं मिला है।
शिकायतकर्ताओं ने बताया कि वे मजदूरी का चुकारा लेने एक साल से वन विभाग के स्थानीय अधिकारी रेंजर व एसडीओ का चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उन्हें आश्वासन के अलावा अब तक कुछ नहीं मिल पाया है। समय पर मजदूरी नहीं मिलने से ग्रामीणों में शासन-प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है।
भुरभुसी के ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह के अंदर मजदूरी भुगतान प्राप्त नहीं हुआ तो वे अंबागढ़ चौकी स्थित वन विभाग के अनुविभागीय अधिकारी व रेंज कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन करते भूख हड़ताल पर बैठेंगे। ग्रामीण माथुर सिंह ने बताया कि वे एक साल से भटक रहे हैं और कार्यालय व अधिकारियों का चक्कर लगा रहे हैं। उनकी समस्या का निराकरण करने एसडीओ गंभीर नहीं है। आश्वासन के बाद भी मजदूरी भुगतान नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि अब उनके पास सडक़ में आने व आंदोलन के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है।
कूप कटाई का काम देखने वाले तात्कालिन बीट गार्ड तोरणलाल मंडावी का कहना है कि भुरभुसी के ग्रामीण एक-दो दिन काम किए हैं और अधिक दिन का मजदूरी मांग रहे हैं, इसलिए भुगतान रूका हुआ था।
अब जल्द भुगतान करा दिया जाएगा। वहीं रेंजर गोपालराम यादव ने कहा कि ग्रामीणों से शिकायत मिली है। उत्पादन रेंज का मामला है। विभाग के रेंजर व उच्चाधिकारियों को घटना की जानकारी दी गई है।