महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 1 दिसंबर। समर्थन मूल्य में धान बेचने किसानों का इंतजार अब खत्म हो गया है और आज से जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू हो गई है। जिले के 149 उपार्जन केंद्रों में आज पहले दिन 3631 किसान अपना धान बेचेंगे। इन किसानों से करीब 1.8 लाख क्विंटल धान की खरीदी होगी। इसे लेकर समितियों ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली है। किसान धान बेचने के लिए टोकन नंबर के हिसाब से समितियों में अपना धान लेकर पहुंच रहे हैं।
आज सुबह से ही समितियों में किसानों की कतार देखी गई है। एक-एक कर किसानों को उनके रकबे के अनुसार टोकन जारी किया गया है। हालांकि धान खरीदी को लेकर प्रशासन की तैयारियां पूरी हो गई हैं, लेकिन बारदाने की कमी बरकरार है।
जिला नोडल अधिकारी एनएस ठाकुर ने बताया कि खरीदी के लिए किसानों को टोकन जारी कर दिया गया है। किसान टोकन नंबर के हिसाब से धान बेचने के लिए उपार्जन केंद्र पहुंच रहे हैं। इस बार जिले के 1.50 लाख पंजीकृत किसान अपनी उपज बेचेंगे। वहीं इस वर्ष 9651 नए किसानों ने भी धान बेचने के लिए पंजीयन कराया है।
मालूम हो कि जिले के किसान 25 प्रतिशत बारदाने वाले आदेश से काफी नाराज हैं। मंगलवार को तेंदूकोना उपार्जन केंद्र के सामने नए आदेश का विरोध करते हुए आठ गांवों के किसानों ने तेंदूकोना पिथौरा मार्ग में चक्काजाम किया। सूचना मिलते ही अफसर वहां पहुंचे और किसानों को समझाइश दी। समिति के प्रबंधक मनी साहू ने बताया कि किसानों की मांग थी कि वे अपने बारदाना से धान नहीं बेचेंगे, इसलिए वे प्रदर्शन में उतर आए।
जिला विपणन अधिकारी जयदेव सोनी का कहना है कि किसानों से 25 प्रतिशत बारदाना में खरीदी के लिए दबाव नहीं बनाया जा रहा है, उनसे केवल सहयोग की मांग की जा रही है।
आरंगी, ठेलकोदादर, नसैयापल्लम व परधिया सरायपाली के किसानों ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर चेतावनी भी दी है कि आरंगी जाड़मुड़ा, नरसैयापल्लम के उपार्जन कोड को विलोपित करने के विरोध में भूख हड़ताल व आमरण अनशन करेंगे। पिछले साल धान खरीदी केंद्र को विलोपित कर देने से किसानों को परेशानी हुई थी। चार गांवों के किसानों ने बताया कि बताया कि इस साल भी यदि जाड़ामुड़ा को विलोपित किया जाता है तो उक्त ग्रामों के किसान व महिलाएं बसना बिलाईगढ़ परधिया सरायपाली चौक में धरना-प्रदर्शन करेंगे।