महासमुन्द

मनरेगा के कार्यों में सरपंच ने परिवार को ही दिया रोजगार, राशि आहरण भी
04-Dec-2021 5:03 PM
मनरेगा के कार्यों में सरपंच ने परिवार को ही दिया रोजगार, राशि आहरण भी

जांच टीम गठित, एक सप्ताह में होगी जांच- सीईओ

ग्रामीणों को आरटीआई से मिली जानकारी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
 पिथौरा,  4 दिसंबर।
बसना विकासखंड के बंसूला में महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना(मनरेगा) के कार्यों में भारी गड़बड़ी की शिकायत मिली है। आरोप है कि सरपंच द्वारा अपने पूरे परिवार को ही रोजगार दे दिया और उनके नाम से भारी भरकम राशि का आहरण कर लिया। सरपंच द्वारा पूर्व में भी अटल आवास के निवासियों को खाली करवा कर उनके पक्के मकानों की ईंट एवं छड़ से अपना मकान बना लिया था। इसकी जानकारी ग्रामीणों द्वारा आरटीआई के तहत निकाले गए एक दस्तावेज से मिली।

इस संबंध में बसना जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सनद महादेवन ने बताया कि उक्त मामले की शिकायत मिली है। बिन्दुश: जांच के लिए एक टीम गठित कर उसे जांच का जिम्मा सौंपा गया है। टीम एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट पेश करेगी उसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

बंसूला के ग्रामीणों ने एक लिखित शिकायत में बताया कि क्षेत्र से ग्रामीणों को कमाने-खाने दीगर प्रांत जाने से रोकने के लिए केंद्र सरकार ने ग्रामवासियों के लिए उक्त योजना प्रारम्भ की थी, परन्तु ग्राम पंचायत बंसूला में तो सरपंच ने मनरेगा के बहाने अपने पूरे परिवार को रोजगार दे दिया।

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि ग्राम पंचायत बंसूला में रजनी जन्मजय साव ने वर्ष फरवरी 2020 में सरपंच पद की शपथ ली थी, तब से उन्होंने लगातर गड़बड़ी कर रही हैं।
ग्रामवासियों ने सूचना के अधिकार के तहत मनरेगा की जानकारी के लिए जनपत पंचायत बसना में आवेदन किया, जिसमें प्राप्त जानकारी के अनुसार सरपंच के पूरे परिवार ने जमकर लाभ लिया। सरपंच के परिवार को काम करते हुए ग्राम के किसी व्यक्ति ने भी नहीं देखा। कागज में काम होते रहे और सरपंच के परिवार के खाते में पैसे जमा होते रहे।

बंसूला सरपंच रजनी साव के द्वारा ग्राम में सामुदायिक शौचालय निर्माण मनरेगा योजना के तहत करवाया, जिसमें सरपंच के पति एवं ग्राम के पंच जन्मजय साव ने अपना अहम योगदान दिया। इसके अतिरिक्त पशु आश्रय निर्माण कार्य, आदिवासी कन्या छात्रावास में मैदान समतलीकरण, सामुदायिक शौचालय निर्माण कार्य, पुस्तम घर से इनिकर तक पहुँच मार्ग निर्माण कार्य परिवार के सदस्यों द्वारा कराया गया ।ये सभी कार्य मात्र कागजों में ही सम्पादित हुए जबकि उनकी निर्माण लागत का आहरण पंचायत खाते से हो चुका है।

जबकि मनरेगा के तहत ये सभी कार्य हुए ही नहीं और बकायदा सरपंच के परिवार ने बिना कार्य किये ही मस्टररोल में नाम चढ़ाकर राशि हड़प ली। इसके अलावा इस पंचायत के कुछ पंचों चेहते पंचों के पति-पत्नी ने बिना कार्य किये ही पूरी राशि प्राप्त की। गाँव मे बहुत सारे  परिवार ऐसे हैं कि रोजगार की तलाश में उत्तरप्रदेश, तमिलनाडू, दिल्ली समेत देश के विभिन्न प्रान्तों में जाने मजबूर हंै।

पूर्व में भी एक कार्रवाई लंबित
 उक्त मामले में बंसूला निवासी मनोज अग्रवाल ने बताया कि पूर्व में सरपंच की दबंगई के खिलाफ कलेक्टर एवं एसडीएम जिला सीओ के पास धारा 40 के तहत ग्रामीणों ने शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसमें अभी तक किसी प्रकार कोई कार्रवाई नहीं हुई है जिससे सरपंच पति के हौसले बुलंद है। उक्त सरपंच द्वारा ही अटल आवास तोडक़र 200 बने हुए घर को वहां रह रहे लोगों को बेघर कर वहां के सारे छड़ एवं र्इंट बेच दिए गए तथा सरकारी खाली जगह पर अवैध कब्जा कर मकान बना लिया जाने के मामले पर शिकायत दर्ज कराई है

शिकायत सही नहीं है- सरपंच प्रतिनिधि
इधर बंसूला सरपंच रजनी साव के प्रतिनिधि जन्मजय साव ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि मनरेगा में उनके परिजनों ने कार्य किया गया, तभी उनकी मजदूरी निकली है शिकायतकर्ता बेवजह शिकायत कर रहे हैं।
 

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news