राजनांदगांव
छत्तीसगढ़ संवाददाता
राजनांदगांव, 4 दिसंबर। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी राष्ट्रीय परिवार सर्वेक्षण-5 वर्ष 2020-21 के अनुसार जिले में कुल जनसंख्या में लिंगानुपात 1014 है। मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सूचकांकों में जिला राजनांदगांव में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। संस्थागत प्रसव का प्रतिशत जहां एनएफएचएस-4 (2015-16) के आधार 83.5 प्रतिशत था वो बढकर 95.5 प्रतिशत हो गया है। शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में प्रसव के प्रतिशत में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
एनएफएचएस- 4 के अनुसार 76.6 प्रतिशत था जो बढक़र 86.3 प्रतिशत हो गया है। संपादित कुल प्रसव में 96.8 प्रतिशत प्रसव कुशल स्वास्थ्य कर्मी द्वारा संपादित किए गए हैं। शिशु स्वास्थ्य के कार्यक्रमों में भी ऐतिहासिक प्रगति सर्वेक्षण में परिलक्षित हो रही है। जन्म के समय लगने वाला बीसीजी का टीका शत-प्रतिशत बच्चों को लगाया गया तथा 91 प्रतिशत बच्चों को पूर्ण टीकाकृत किया गया है, जो कि विगत एनएफएचएस- 4 के आंकडों 87.1 प्रतिशत से अधिक है। शत-प्रतिशत पंजीकृत गर्भवती माताओं को (एमसीपी कार्ड) जच्चा-बच्चा सुरक्षा कार्ड प्रदाय किया गया है। जिसमें गर्भवती माता तथा शिशु टीकाकरण की सम्पूर्ण जानकारी तिथि आदि का उल्लेख होता है। इसी प्रकार 92.6 प्रतिशत नवजात बच्चों को पोलियो की तीसरी खुराक दी गई है। 95.1 प्रतिशत बच्चों को पैंटवेलेंट की तीसरी खुराक प्रदाय की गयी है। शिशुओं में टीकाकरण का विशेष महत्व है, जो 6 जानलेवा बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करता है।