गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
छुरा, 4 दिसंबर। आईएसबीएम विश्वविद्यालय नवापारा कोसमी में विज्ञान विभाग, फार्मेसी विभाग, अभियांत्रिकी विभाग एवं साइंस क्लब के संयुक्त तत्वाधान में दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन 3 व 4 दिसंबर को किया गया, जिसका विषय एनालिटिकल टेक्निक यूज्ड इन नैनोटेक्नोलॉजी है।
कार्यक्रम का शुभारंभ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि तथा मुख्य वक्ता डॉ. एन पवन कुमार ने मां सरस्वती की पूजा अर्चना एवं दीप प्रज्वलित कर किये। विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. बीपी भोल ने सभी अतिथियों का स्वागत किया, उन्होंने नैनोटेक्नोलॉजी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि नैनोटेक्नोलॉजी का महत्व सभी क्षेत्रों में बहुतायत रूप से किया जा रहा है। विश्विद्यालय के कुलपति डॉ. आनंद महलवार, ने नैनोटेक्नोलॉजी के उपयोगिता बताते हुए कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में इनका उपयोग लगातार बढ़ता जा रहा है।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ.एन पवन कुमार ने नैनोटेक्नोलॉजी पर बताया कि नैनो पार्टिकल बनाने के लिए विभिन्न विधियों जैसे सोल-जेल जैसे महत्वूर्ण विधियों का प्रयोग किया जाता है। साथ ही उन्होंने नैनो मटेरियल के गुणों तथा उनकी उपयोगिता पर सारगर्भित व्याख्यान दिये। डॉ. विकास दुबे द्वितीय मुख्य वक्ता रहे उन्होंने साइंस ऑफ नैनो मटेरियल पर अपना वक्तव्य दिए, जिसमें उन्होंने नैनो टेक्नोलॉजी के इतिहास, नैनो टेक्नोलॉजी का विज्ञान के सभी शाखाओं में महत्व पर अपने सारगर्भित व्याख्यान प्रस्तुत करते हुए नैनोटेक्नोलॉजी के तीन एप्लिकेशन के बारे में बताए जिनमें से एप्लिकेशन इन फोरेंसिक साइंस, बायोमेडिकल एप्लिकेशन एवं लाइट डिस्पले एप्लिकेशन प्रमुख है।
डॉ.अरुण कुमार सिंग ने तीसरे वक्ता के रूप में नैनोटेक्नोलॉजी इन स्पेस पर अपना वक्तव्य दिये, जिसमें उन्होंने अंतरिक्ष विज्ञान के विकास में नैनोटेक्नोलॉजी के महत्व तथा रॉकेट लॉन्चिंग में नैनोटेक्नोलॉजी के महत्व पर प्रकाश डाला। विश्वविद्यालय के अकादमिक डीन डॉ. एन. के. स्वामी ने अपने उद्बोधन में कहा कि नैनोटेक्नोलॉजी सभी छात्र- छात्राओं, सभी शोधार्थी तथा सभी व्यक्तियों के लिए महत्वपूर्ण है। विज्ञान संकाय के विभागाध्यक्ष आर के देशमुख ने बताया कि भविष्य में नैनोटेक्नोलॉजी की उपयोगिता सभी क्षेत्रों में व्यापक होगा। विज्ञान क्लब के अध्यक्ष फनीश कुमार पटेल के द्वारा सभी विद्यार्थियों के लिए इस अवसर पर पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. पूनम वर्मा एवं गोकुल साहू के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में अनेक विश्ववविद्यालयों, महाविद्यालयों के प्रधयापकगण और विद्यार्थी उपस्थित थे।
तकनीकी टीम में दीपेश, लक्ष्मीकांत, सीएस कुर्रे, दाऊ लाल, होरीलाल तथा मिस शिखा, त्रिलोचन, हेमंत, कमलनारायण, मिस रेखा, मिस ललीता एवं एमएससी और फार्मेसी के छात्रों का सफल आयोजन में विशेष योगदान रहा।