राजनांदगांव
खैरागढ़ पालिका चुनाव के लिए भाजपा ने कसी कमर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 7 दिसंबर। खैरागढ़ नगर पालिका चुनाव में सांगठनिक ताकत के बूते भाजपा परचम लहराने के लिए सटीक रणनीति बना रही है। आसन्न निकाय चुनाव में कांग्रेस को मात देने के लिए भाजपा ने युवा चेहरे को प्रचार की जिम्मेदारी सौंपने की रणनीति बनाई है। युवा प्रचारक में पूर्व आईएएस और भाजपा नेता ओपी चौधरी, पूर्व सांसद अभिषेक सिंह, नांदगांव भाजपा के प्रभारी संजय श्रीवास्तव जहां युवा मतदाताओं के बीच प्रचार करेंगे। वहीं स्थानीय बड़े चेहरों में मधुसूदन यादव, विक्रांत सिंह भी प्रचार करेंगे।
कांग्रेस के कब्जे वाली पालिका में भाजपा हर चुनावी मोर्चे पर दमखम लगा रही है। भाजपा की रणनीति में यह बात सामने आई है कि युवा मतदाताओं को रिझाने के लिए प्रदेश के चर्चित नेताओं को मैदान में उतारना चाहिए। इसी कड़ी में ओपी चौधरी और अभिषेक सिंह तथा संजय श्रीवास्तव का नाम सामने आया है। ओपी चौधरी एक पूर्व प्रशासनिक अधिकारी होने के साथ-साथ ज्वलंत मुद्दों पर युवाओं को रिझाने का हुनर जानते हैं। अभिषेक सिंह एक अच्छे वक्ता होने के साथ-साथ युवाओं के बीच गहरी पैठ भी रखते हें।
संजय श्रीवास्तव भी राजनीतिक रूप से परिपक्व माने जाते हैं। वह भी भाजपा की नीतियों और उद्देश्यों के दम पर युवाओं को अपनी ओर खींचने का दम रखते हैं। पार्टी के भीतर इन चेहरों को प्रचार में आगे रखने की रणनीति बनाकर अगले कुछ दिनों में खैरागढ़ निकाय चुनाव में उतारा जाएगा। इधर जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव और जिला पंचायत उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह की भी यह खूबी है कि वह युवाओं को अपनी ओर खींच सकते हैं। संगठन और प्रचार के लिए अलग-अलग नेताओं को जवाबदारी दी जा रही है। चुनाव प्रभारी के रूप में सियाराम साहू और बेमेतरा के प्रहलाद रजक का नाम भी सामने आया है। निकाय चुनाव के लिए राजनीतिक लड़ाई में कांग्रेस सरकार के सहारे जीत की उम्मीद लगाए बैठी है। जबकि भाजपा पखवाड़ेभर बाद प्रस्तावित मतदान से पहले आला नेताओं और कार्यकर्ताओं प्रभार देने के साथ प्रचार में अपनी ताकत झोंक रही है। कांग्रेस के मौजूदा अध्यक्ष मीरा चोपड़ा के कार्यकाल की कथित कारगुजारियों को लेकर भी भाजपा हमलावर है।
खैरागढ़ निकाय चुनाव एक तरह से भाजपा के लिए साख का विषय बन गया है। अप्रत्यक्ष रूप से इस चुनाव में विक्रांत सिंह की भी राजनीतिक ताकत दांव पर रहेगी। निकाय चुनाव के पहले दौर में विक्रांत के 10 वर्षीय कार्यकाल की उपलब्धियों को लेकर भाजपा मतदाताओं को साधने की रणनीति पर भी काम कर रही है।