महासमुन्द
जिले के 11 हजार बच्चों ने नहीं दी परीक्षा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,7 दिसंबर। पहली से आठवीं तक की पढ़ाई करने वाले बच्चों से दोबारा लिए गए बेस लाइन आंकलन परीक्षा का परिणाम आ गया है। परिणाम के अनुसार इस बार 43 हजार 436 बच्चे ऐसे हैं, जिनका ग्रेड कम हैं यानी उनका ज्ञान अपने कक्षा स्तर से कम है। परिणाम जारी होने के बाद अब इन बच्चों की पढ़ाई पर और अधिक फ ोकस किया जाएगा।
मालूम हो कि कोरोनाकाल में विभिन्न तरीकों से शिक्षकों ने पढ़ाई कराई थी, साथ ही कोरोनाकाल में बच्चों को प्रमोट कर दिया गया। लेकिन ये बच्चे अब भी उस स्तर पर नहीं पहुंच पाए हैं, जिस कक्षा में उन्हें प्रमोट कर दिया गया है। इस वजह से उनका ग्रेड कम हो गया है। अब इन बच्चों पर शिक्षक विशेष ध्यान देकर उसके स्तर को बढ़ाने का काम कर रहे हैं। इस संबंध में प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी हिमांशु भारतीय कहते हैं-शासन ने कोरोना काल विभिन्न माध्यम, जैसे पढ़ाई तुहर दुआर, ऑनलाइन क्लासेस, बुल्टू के गोठ सहित अन्य तरीकों से पढ़ाई कराई गई थी। बच्चे उस दौरान पढ़ाई तो किए थे, लेकिन वे कितना समझे या उन्हें कितना समझ में आया इसके स्तर को जानने के लिए ही बेसलाइन परीक्षा का आयोजन किया गया था।
जानकारी अनुसार इस परीक्षा में जिले के 11 हजार 119 बच्चे ऐसे हैं, जिन्होंने परीक्षा नहीं दी है। इनमें कक्षा पहली से कक्षा आठवीं तक के बच्चे शामिल हैं। इन बच्चों का आंकलन अभी तक नहीं हो सका है। इनका स्तर कहां है इनकी जानकारी विभाग के पास नहीं है। विभाग को इन बच्चों का स्तर जानने के लिए फिर से बेस लाइन परीक्षा दिलानी होगी, लेकिन ये ऐसे बच्चे हैं, जो स्कूल नहीं आते हैं। इसी वजह से इनका आंकलन परीक्षा नहीं हो पाया है।
विभाग के अनुसार जिले में पहली से आठवीं कक्षा में पढ़ाई करने वाले एक लाख 21 हजार 85 बच्चे पंजीकृत है। इसमें से 1 लाख 9 हजार 966 बच्चों ने बेस लाइन आंकलन की परीक्षा है। 63 हजार 530 बच्चों का स्तर ग्रेड ए यानी कक्षा स्तर पर है जबकि 43 हजार 436 बच्चों का स्तर कम यानी डी और ई ग्रेड है।