राजनांदगांव
राजनांदगांव, 8 दिसंबर। जिले में अंतरराष्ट्रीय विश्व दिव्यांग दिवस पर दिव्यांगों के प्रति समाज में सम्मान एवं सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने जागरूकता रैली, खेलकूद, सांस्कृतिक प्रतियोगिता, मतदाता जागरूकता शपथ, आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसके अंतर्गत समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित शासकीय बौद्धिक मंद बालक-बालिकाओं का विशेंष विद्यालय, क्षेत्रीय संयोजित केन्द्र (सीआरसी), विभागीय मान्यता प्राप्त अनुदानित संस्था अभिलाषा, आस्था, मनोकामना राजनांदगांव एवं जिले के सभी विकासखंडों में अध्ययनरत लगभग 150 से अधिक दिव्यांग छात्र-छात्राओं ने जिला स्तर पर आयोजित दिव्यांगजन जागरूकता रैली, विविध खेलकूद, सांस्कृतिक प्रतियोगिता में शामिल होकर अपनी प्रतिभा का रोचक एवं बेहतर प्रदर्शन किया। साथ ही प्रतिभागियों को पुरस्कृत कर प्रोत्साहित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ स्थानीय क्षेत्रीय संयोजित केन्द्र (सीआरसी) राजनांदगांव से दिव्यांगजनों के लिए जन जागरूकता रैली निकालकर किया गया। रैली को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव देवाशीष ठाकुर, उप संचालक समाज कल्याण विभाग बीएल ठाकुर, समग्र शिक्षा अभियान के डीएमसी भूपेन्द्र साहू, केपी विश्वकर्मा, सीआरसी के निदेशक कुमार राजू, स्टेट हॉई स्कूल के प्राचार्य एनएस पट्टा सहित समस्त संस्थाओं के कर्मचारियों एवं पदाधिकारियों की उपस्थिति में हरी झंडी दिखा रवाना किया गया। रैली नगर के मानव मंदिर चौक, जयस्तंभ चौंक, महावीर चौक से होते हुए स्टेट स्कूल मैदान में पहुंची। खेलकूद प्रारंभ से पूर्व दिव्यांगजनों के लिए मतदाता जागरूकता अभियान के तहत 18 वर्ष आयु के समस्त मतदाताओं को अपना नाम मतदाता सूची में जोड़वाने एवं समय-समय पर होने वाले निर्वाचन में अपना मत देने के संबंध में शपथ दिलाई गई।
स्टेट स्कूल मैदान में विविध खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें 100 मीटर दौड़, 50 मीटर दौड़, गोला फेंक, मटका फोड़, बैशाखी दौड़, जलेबी दौड़, नीबू चम्मच दौड़, बुक बैलेंसिंग, कुर्सी दौड़, चित्रकला सहित एकल गायन, समूह गायन, एकल नृत्य, समूह नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। सांस्कृतिक एवं पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम अभिलाषा दिव्यांगजनों के शिक्षण प्रशिक्षण सह-पुनर्वास संस्था राजनांदगांव में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय उपस्थित थे।
प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले दिव्यांग बच्चों को पुरस्कार एवं प्रमाण-पत्र दिया गया। प्रतियोगिता में शामिल होने वाले सभी दिव्यांगजनों को सांत्वाना पुरस्कार से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में प्राचार्य कैलाश शर्मा, संतोष कुमार बोद्दून, डॉ. सुश्री हेमलता मोहबे, महेश खण्डेलवाल, संतोष खण्डेलवाल, गीता राठौर, अशोक श्रीवास्तव, सूरज बुद्धदेव, भानूमति पिल्ले, राजेश जैन, चंद्रकिशोर लोहिला, पीवीएस नायर सहित सभी बीआरपी, संस्थाओं के शिक्षक एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।