बीजापुर
थानों में हथियार जमा कर जिला मुख्यालय में जुटे, प्रदर्शन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 8 दिसंबर। मांगों को लेकर राजधानी में प्रदर्शन कर रहे सहायक आरक्षकों के परिवार की महिलाओं पर पुलिस द्वारा बेरहमी से की गई मारपीट से नाराज सहायक आरक्षकों ने राज्य सरकार के खिलाफ संघर्ष का बिगुल फूंक दिया है। जवानों ने हथियार डालकर आंदोलन पर उतर आए है। पुलिस के अफसरों की समझाइश भी काम नहीं आ रही है।
जिले के करीब 21 थानों के सहायक आरक्षक, गोपनीय सैनिक व होम गार्ड के जवान बुधवार को बड़ी संख्या में जिला मुख्यालय में जुटे। अलग-अलग थानों से यहां पहुंचे जवानों ने बताया कि 6 तारीख को उनके परिवार वाले राजधानी में पदोन्नति को लेकर मंत्रालय जा रहे थे। जिन्हें पुलिस द्वारा रास्ते मे रोककर मारपीट की गई। इतना ही नहीं पुलिस ने सोये हुए लोगों पर भी रात 2 बजे बेरहमी से लाठियां बरसाई गई हैं और गाड़ी में बैठाकर ले गए।
इधर इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद जवानों ने अपने परिवार की रक्षा के लिए बुधवार को जिले के सभी थानों के थाना प्रभारियों के नाम आवेदन देकर हथियार डाल दिया। जवानों ने हथियार जमा करने के बाद जिला मुख्यालय स्थित एसपी ऑफिस के सामने लोहा डोंगरी के पीछे आंदोलन पर बैठ गए। यहां जवानों को समझाने एसपी कमलोचन कश्यप खुद प्रदर्शन स्थल जाकर उनसे बातचीत कर उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन जवान नहीं माने और देर शाम तक प्रदर्शन पर बैठे रहे।
जवानों ने बताया कि उनकी मांग सहायक आरक्षक से आरक्षक में पदोन्नति की है। बावजूद उनकी मांगों को नहीं सुना जा रहा है। जवानों ने बताया कि जिले के करीब 1200 सहायक आरक्षक, गोपनीय सैनिक व होम गार्ड के जवान यहां जमा होकर उनकी मांगों के पूरी होने तक धरना पर रहेंगे। उन्होंने बताया कि जब तक सरकार उनकी मांगें मान नहीं लेती, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा।
जवानों से बात कर उन्हें समझाया - एसपी
एसपी कमलोचन कश्यप ने कहा कि उन्होंने जवानों से मिलकर उन्हें समझाने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि रायपुर में उच्चस्तर कमेटी के साथ बातचीत चल रही है। जल्द ही निर्णय हो जाएगा।