राजनांदगांव
कांग्रेस की गुटीय लड़ाई भी सामने आई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 9 दिसंबर। खुज्जी विधायक छन्नी साहू के पति पर अनुसूचित जनजाति के एक युवक के साथ मारपीट और गाली-गलौज करने की घटना की शिकायत के बाद पुलिस ने एक्ट्रोसिटी के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया है। एफआईआर दर्ज होने के बाद खुज्जी विधानसभा में राजनीतिक उफान खड़ा हो गया। इस मामले को कांग्रेस की गुटीय राजनीति से भी जोडक़र देखा जा रहा है।
कांग्रेस विधायक के पति चंदू साहू पर कुछ दिनों पहले रेत परिवहन करते हाईवा के चालक से कथित रूप से मारपीट करने और जातिगत गाली-गलौज किए जाने का आरोप लगा था। विधायक पति पर चालक बीर सिंह उईके ने जातिगत रूप से गाली देने का भी आरोप लगाया। इस पूरे मामले को लेकर आदिवासी समाज एकजुट हो गया। पुलिस में शिकायत करने के बाद चंदू साहू पर एक्ट्रोसिटी का मामला कायम किया गया है। आदिवासी समुदाय ने कार्रवाई नहीं होने की सूरत में आंदोलन की भी धमकी दी थी। समुदाय के भावनाओं को ध्यान में रखते पुलिस ने बिना विलंब किए एफआईआर दर्ज कर दिया। इधर चंदू साहू पर लगे आरोपों को लेकर कांग्रेस नेता तरूण सिन्हा पर भी सवाल उठ रहे हैं।
सूत्रों का कहना है कि हाईवा चालक बीर सिंह, तरूण सिन्हा का ही मुलाजिम है। रेत तरूण सिन्हा के ही हाईवा से ले जाया जा रहा था। विधायक पति चंदू साहू का कहना है कि इलाके में अवैध रेत का खनन बदस्तूर जारी है। एक जनप्रतिनिधि होने के नाते से उन्होंने चालक से सिर्फ बातचीत की। ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा करते श्री साहू ने कहा कि जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करने का आरोप बेबुनियाद है, क्योंकि वह चालक को पहचानते नहीं है। ऐसे में गाली देने का सवाल ही नहीं उठता।
कहा यह भी जा रहा है कि चंदू साहू पर अपराध दर्ज करने के पीछे कुछ नेताओं की अहम भूमिका रही है। खुज्जी विधानसभा में सर्वविदित है कि चंदू साहू और तरूण सिन्हा के बीच राजनीतिक मतभेद है।
तरूण सिन्हा जहां खुद को खुज्जी विधानसभा के अगले दावेदार के रूप में पेश कर रहे हैं। वहीं उनकी भाभी श्रीमती राजकुमारी सिन्हा बतौर छुरिया नगर पंचायत अध्यक्ष है। उनका भी नाम खुज्जी विधानसभा से कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में चर्चा में है। कुल मिलाकर कांग्रेसी नेताओं की आपसी लड़ाई थाने तक पहुंच गई है। एक गुट पर आदिवासी समुदाय को उकसाने का भी आरोप लगा है। वहीं चंदू साहू की कार्यप्रणाली को लेकर भी सवाल खड़े हुए हैं।