बेमेतरा
बिल सुधारे बिना बिजली नहीं काटने की मांग, अफसरों ने निराकरण का दिया आश्वासन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 11 दिसंबर। भारी भरकम बिजली बिल की समस्या से उपभोक्ताओं को निजात नहीं मिल रही है। बिल में सुधार करने के लिए कार्यालय के उपभोक्ता चक्कर काट रहे हैं। इस संबंध में शिकायत मिलने पर सभापति जिला पंचायत राहुल टिकरिहा के नेतृत्व में किसान और आम उपभोक्ताओं ने 9 दिसंबर को बेमेतरा बिजली दफ्तर में प्रदर्शन किया। इस दौरान उपभोक्ताओं ने शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इस संबंध में कार्यपालन यंत्री बेमेतरा डिविजन उमेश ठाकुर का कहना है कि बिजली बिल को कि़स्त में पटाने की सुविधा उपभोक्ताओं को दी जा रही है, बिल में जहां तक सुधार की गुंजाइश थी, शिविर लगाकर निराकरण किया गया था, फिर भी कुछ शिकायते मिल रही है। जिसका निराकरण आगामी दिनों में शिविर लगाकर किया जाएगा।
सभापति ने सहायक यंत्री गुलाब साहू को बताया कि उपभोक्ताओं को अनाप-शनाप बिजली बिल भेजे जा रहे हैं। इन बिलों को सुधारे बगैर कनेक्शन विच्छेद की कार्रवाई की जा रही है । ग्राम बहिंगा, नवागांव, जेवरी, रांका, मटका, कठिया समेत दर्जनभर गांव में सैकड़ों उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटे गए हैं, जिससे उपभोक्ता और उनके परिवार के लोग काफी परेशान हैं। इस दौरान प्रमोद साहू, धर्मेंद्र साहू, प्रितेश दीवान, गोलू साहू, मोहबत साहू, सुरेश साहू, किशन साहू, शिव साहू, निकेश साहू, कुलेश्वर निषाद आदि उपस्थित थे ।
राहुल टिकरिहा ने बिल के सुधार होने तक संबंधित उपभोक्ताओं का कनेक्शन विच्छेद नहीं करने का आग्रह किया । इस पर सहायक यंत्री ने अपने उच्च अधिकारी को उपभोक्ताओं की मांग से अवगत कराने का आश्वासन दिया। उपभोक्ताओं ने बताया कि बिजली कर्मियों की लापरवाही का खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। किसानों को अनाप शनाप बिजली के बिल भेजे जा रहे हैं, जिससे उनके माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई है। इस दौरान सभापति ने कहा कि किसानों व मजदूर वर्ग को इस प्रकार के बिल जारी करना दुर्भाग्यपूर्ण हैं ।
लगातार शिकायत के बावजूद नहीं हो रहा निराकरण
भारी-भरकम बिल को सुधार करने के संबंध में कार्यपालन यंत्री उमेश ठाकुर ने बताया कि इस समस्या के निराकरण के लिए राका सब स्टेशन में शिविर लगाया गया था। जहां दर्जनों उपभोक्ताओं के बिल में आवश्यक सुधार किया गया था । फिर भी कई शिकायतें मिल रही हैं। आने वाले दिनों में के निराकरण के लिए फिर से रांका में शिविर लगाया जाएगा ताकि उपभोक्ताओं की परेशानी का सामना न करना पड़े ।
इस संबंध में सभापति ने बताया कि रांका (कठिया) सब स्टेशन से संबंधित सभी गांव में बिना सुधार किए भारी भरकम बिजली के बिल दिए जा रहे है, चाहे व घरेलू हो या पम्प के हो। जिस पर बिजली विभाग कोई पहल नहीं कर रही है। इसलिए रांका सब स्टेशन में एकदिवसीय चौपाल लगाई गई थी, जहां भारी भरकम बिजली बिल की जानकारी जुटाकर सुधार के लिए अधिकारियों को दिया गया था, लेकिन अब तक सार्थक परिणाम नहीं मिला है ।
महीनों नहीं हो रही रीडिंग
उपभोक्ताओं ने बताया कि मीटर रीडरों की लापरवाही का खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। रीडिंग में कोताही बरती जा रही है । रीडर कई महीने रीडिंग के लिए नहीं पहुंचना सामान्य बात है, लेकिन कई उपभोक्ताओं ने बताया कि 1 साल तक रीडर मीटर रीडिंग के लिए नहीं पहुंचे हैं, ऐसी स्थिति में विभाग की ओर से अनाप-शनाप बिजली बिल भेजा जा रहा है जो पटाने में असमर्थ हैं विभाग को मीटर रीडिंग की व्यवस्था को दुरुस्त करना पड़ेगा ताकि उपभोक्ता को हर माह बिजली का बिल मिले ताकि उसे पटाने के साथ शासन की ओर से मिलने वाली सब्सिडी का लाभ मिले ।
बहिंगा के पूर्व सरपंच ने बताया कि विभाग की ओर से 78 हजार रुपए बिजली बिल भेजा गया है । सुधार के लिए कार्यालय के चक्कर काटने के बावजूद निराकरण नहीं हुआ । विभाग का अमला कनेक्शन विच्छेद के लिए घर पहुचा था, 5 हजार रुपए ब्याज में लेकर पटाने पर बिजली कर्मी माने ।
बहिंगा के घनश्याम साहू ने बताया कि कृषि पावर पम्प का बिजली बिल एक लाख 10 हजार रुपए भेजा गया है, जबकि सरकार की घोषणा अनुसार सब्सिडी का लाभ मिलना चाहिए । इस पर अधिकारी ने निराकरण का आश्वासन दिया।
ग्राम मटका निवासी भरत साहू के दो बोर पम्प का बिजली बिल 98 हजार और 64 हजार रुपए भेजा गया है । यहां किसान को एक बोर पम्प पर सब्सिडी का लाभ नही मिल रहा है, इस पर अधिकारी ने 98 हजार के बिल को सब्सिडी के तहत लेने का आश्वासन दिया ।