सुकमा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 17 दिसंबर। कल डिवीजन स्तर की 15 वर्ष से नक्सल संगठन में कार्यरत 1 हार्डकोर महिला नक्सली ने पुलिस अफसरों के समक्ष आत्मसमर्पण किया। वह नक्सलियों की दक्षिण बस्तर डिवीजन मेडिकल टीम की कमांडर हैं। कोबरा 208 वाहिनी एवं जिला बल के संयुक्त प्रयासों से यह सफलता मिली। शासन द्वारा दो लाख रु. ईनाम उद्घोषित था। पुलिस ने बताया कि संगठन में भेदभाव से तंग आकर उसने आत्मसमर्पण किया।
जिला सुकमा में सुंदरराज पी. पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज छग, प्रकाश डी पुलिस महानिरीक्षक छग सीआरपीएफ, राजीव कुमार ठाकुर उप पुलिस महानिरीक्षक सीआरपीएफ के मार्गदर्शन एवं सुनील शर्मा पुलिस अधीक्षक सुकमा छग, जितेन्द्र कुमार ओझा, कमांडेण्ट 208 कोवरा वाहिनी सचिन्द्र चौबे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कोन्टा व पंकज कुमार पटेल पुलिस अनु. अधिकारी मरईगुडा के निर्देशन पर पर चलायें जा रहे नक्सल उन्मुलन अभियान के तहत् छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति तथा जिले में चलाये जा रहें पुना नम अभियान से प्रभावित होकर नक्सलियों के अमानवीय एवं आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर प्रतिबंधित नक्सली संगठन से जुड़ी हाईकोर महिला नक्सली को आत्मसमर्पण कराने में सुरक्षा बलों के संयुक्त प्रयासों से सफलता प्राप्त गई है।
उल्लेखनीय है कि महिला नक्सली बदरी उर्फ देवे थाना दोरनापाल क्षेत्र को 2006-2007 में तत्कालिन कोंटा एरिया कमेटी डीव्हीसी विजय द्वारा संगठन में भर्ती कराया गया था। तत्पश्चात नक्सल संगठन में विभिन्न पदो पर क्रमश: गोलापल्ली एलओएस सदस्य, किस्टाराम एरिया डॉक्टर टीम सदस्य, 2013 में एसीएम पद उपरांत किस्टाराम एरिया डॉक्टर टीम कमांडर तथा वर्ष 2016 से डिवीजन डॉक्टर टीम कमांडर के पद पर कार्यरत रहीं।
इस दौरान नक्सल संगठन में कार्यरत कई कैडरों को उपचार आत्मसमर्पित महिला नक्सली द्वारा किया गया। महिला नक्सली को 208 कोबरा वाहिनी के कमांडेट जितेन्द्र कुमार ओझा के निर्देशन में राजेन्द्र कुमार उप कमांडेट, राजेश कुमार सहा. कमांडेट, आर.बी.एस.वी. सिंह सहा. कमांडेट, निरीक्षक सुभाष चन्द्र एफ / 208 कोवरा वाहिनी व भावेश शेन्डे थाना प्रभारी किस्टाराम के द्वारा परिचितों व अपने खुफिया तंत्र के माध्यम से शासन के पुनर्वास योजनाओं व नक्सलियों की खोखली विचारधाराओं से अवगत कराकर पिछले कुछ दिनों से आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित किया जा रहा था, जिसके फलस्वरूप 16 दिसंबर को ओम चंदेल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुकमा, रजत नाग, डीएसपी नक्सल ऑप्स, परमेश्वर तिलकवार पुलिस अनुविभागीय अधिकारी सुकमा एवं हेमन्त पलाश सहा. कमांडेट 208 वाहनी कोबरा के अधिकारी के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया गया।
आत्मसमर्पित महिला नक्सली को शासन की पुर्नवास योजना के तहत 10,000/- प्रोत्साहन राशि तत्काल प्रदाय किया गया तथा अन्य सुविधायें हेतु नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।