धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरूद, 23 दिसंबर। छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन और एफडीआरवीसी संस्था नई दिल्ली के बीच हुए अनुबंध के बाद प्रदेश में पहली बार धमतरी जिले में बुनकरों की उत्पादक कंपनी बनेगी, जिसमें कुरुद और धमतरी विकासखण्ड के 53 गांव के 500 बुनकर परिवार जुड़ेंगे।
मिली जानकारी के मुताबिक हाथकरघा क्लस्टर के लिए भारत सरकार ग्रामीण विकास मंत्रालय नई दिल्ली द्वारा एनआरईटीपी परियोजना के तहत हाथकरघा क्लस्टर की स्वीकृति मिली है। योजना के लिए पांच करोड़ स्वीकृत किया गया है, जिसमें वर्षवार कार्ययोजना अनुरूप बुनकरों की बेहतरी के लिए डीपीआर अनुसार कार्य किया जाएगा। जिले के 53 गांव के ऐसे 500 बुनकर, जो स्व सहायता समूह से जुड़े हैं, को इससे जोड़ा जाएगा। पिछले दिनों धमतरी जिला पंचायत में जिला मिशन प्रबंधन इकाई ’बिहान’ के साथ एक दिवसीय कार्यशाला हुई, जिसमें बताया गया कि बुनकरों को संगठित करने के लिए उत्पादक कंपनी बनाकर बुनकरों को इसमें जोड़ उनके लिए कच्चे माल की सालभर उपलब्धता और बाजार उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य किया जाएगा। बुनकरों के उत्पादों को बेहतर बाजार दिलाने उत्पाद की ब्रांडिंग, प्रदर्शनी का आयोजन सहित ऑनलाईन प्लेटफॉर्म से भी जोड़ा जाएगा।