राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 23 दिसंबर। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा सुदूर वनांचल क्षेत्रों के विशेष पिछड़ी बैगा जनजातियों के बीच पहुंचकर उनकी मांग और समस्याओं का तत्काल निराकरण कर रहे हैं। कलेक्टर सिन्हा सुशासन सप्ताह के अंतर्गत बुधवार को जिले के छुईखदान विकाखंड के अंतिम छोर में बसे बैगा जनजाति के ग्राम खर्रा के जिला स्तरीय जनचौपाल में पहुंचे और उनकी समस्याओं को विस्तार से सुना। इस दौरान एसपी डी. श्रवण एवं जिला पंचायत सीईओ लोकेश चंद्राकर उनके साथ थे।
कलेक्टर सिन्हा ने जनचौपाल में लोगों की समस्याओं को सुनकर उनका त्वरित निराकरण के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को मौके पर ही निर्देशित किया। इस दौरान जनचौपाल में ग्राम बेंगरी के ग्रामवासियों ने बताया कि उन्हें पट्टा मिल चुका है, लेकिन ऑनलाइन नहीं हुआ है। कलेक्टर ने 15 दिन में सभी हितग्राहियों का पट्टा ऑनलाइन एंट्री करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने जनचौपाल में लाभान्वित हितग्राही 62 वर्षीय सुभद्रा गोड़ से उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। श्रीमती गोड़ ने बताया कि शिविर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आंख की जांच की गई और तत्काल चश्मा बनाकर दिया गया। उन्होंने खुशी जाहिर करते कहा कि अब उन्हें स्पष्ट दिखाई दे रहा है। इस दौरान पंचायतों में 39 कार्य के लिए एक करोड़ 29 लाख 57 हजार रुपए की स्वीकृति दी गई।
कलेक्टर सिन्हा ने कहा कि शासन और प्रशासन का मुख्य उद्देश्य जिले के अंतिम छोर में निवास करने वाले विशेष पिछड़ी जनजाति लोगों के बीच पहुंचकर उनकी समस्याओं को जानना और उनका निराकरण करना तथा शासन की योजनाओं का लाभ दिलाना हंै।
दूरस्थ अंचलों में रहने वाले बैगा आदिवासी अपनी समस्याओं को लेकर मुख्यालयों तक नहीं पहुंच पाते, इसलिए स्वयं प्रशासन गांव की ओर समस्याओं को दूर करने पहुंचे हंै। सभी नागरिकों को जन चौपाल में योजनाओं का लाभ जरूर लेना चाहिए। शिविर में नेत्र और दंत विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा इलाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना के नए वैरियंट से कई देश प्रभावित हो रहे हंै। इससे सुरक्षित रहने के लिए कोरोना टीका के दोनों डोज लगवाना जरूरी है। सभी कोरोना के दोनों डोज जरूर लगवाएं।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष धान खरीदी की सभी व्यवस्था सुव्यवस्थित तरीके से की गई है। जिससे किसानों को धान बेचने में दिक्कत न हो। उन्होंने कहा कि पुलिस आम नागरिकों की सुरक्षा के लिए है। पुलिस आम नागरिकों की सहायता के लिए हमेशा तत्पर रहती है। अपनी शिकायतों को उनके समक्ष प्रस्तुत करने से तत्काल समाधान किया जाएगा।
एसपी डी. श्रवण ने कहा कि जिले के अंतिम छोर में बसे नागरिकों की समस्याओं का निराकरण करने और शासन की योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए विभिन्न विभाग एक स्थान पर पहुंचे है। हितग्राहियों को इसका भरपूर लाभ लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग जनसामान्य की सुरक्षा के लिए होते है। कोई भी शिकायत होने पर पुलिस थाना में अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हंै।
जिला पंचायत सीईओ लोकेश चंद्राकर ने कहा कि सुदूर वनांचल क्षेत्र के नागरिक प्रशासन तक पहुंच नहीं पाते इसके लिए उनकी समस्याओं का निराकरण करने सभी विभाग के अधिकारी जनचौपाल के माध्यम से समस्याओं का निराकरण कर रहे हंै। शिविर के माध्यम से नेत्र जांच, दंत जांच, कुपोषण, गर्भवती महिलाओं की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि बैगा बाहुल्य दुरस्थ क्षेत्र में प्रशासन द्वारा पहुंचकर योजनाओं का लाभ हितग्राहियों दिया जा रहा है।
जन चौपाल में पंचायतों में 39 कार्य के लिए 1 करोड़ 29 लाख 57 हजार रुपए की स्वीकृति दी गई। इस अवसर पर एसडीएम छुईखदान सुनील शर्मा, एसडीओपी पुलिस गंडई डॉ. अनुराग झा, जनपद सीईओ प्रकाश तारम सहित जिला स्तरीय अधिकारी व कर्मचारी एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।