राजनांदगांव
राष्ट्रीय किसान दिवस कार्यक्रम आयोजित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गंडई, 25 दिसंबर। कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र छुईखदान द्वारा 23 दिसंबर को राष्ट्रीय किसान दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के शुरूआत में कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. एनके रस्तोगी ने छात्रों को कृषि शिक्षा एवं उनके स्वावलंबन के बारे में बताया। कृषि में महिलाओं की भूमिका एवं उनकों कृषि के क्षेत्रों में आगे बढऩे की ओर प्रेरित किया। कृषि में उत्पादकता बढ़ाने हेतु उन्नत किस्मों के उच्च गुणवत्ता वाले बीज बोने एवं कृषको द्वारा स्वयं का बीज तैयार करने के बारे में बताया गया। फसल की अधिक उत्पादकता के लिए बीज, कृषि विश्वविद्यालय के प्रक्षेत्रों, बीज निगम या किसी अन्य प्रमाणित स्त्रोतों से ही लेने के बारे में कृषको को जानकारी दी गई। तत्पश्चात कृषि वैज्ञानिक डॉ. बीएस असाटी द्वारा किसान दिवस के अवसर पर देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जीवनी के बारे मे बाताया गया। कृषि छात्रों को राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाएं एवं राष्ट्रीय स्तर के कृषि संस्थानों में प्रवेश के बारे में जानकारी दी गई।
डॉ. भावना शर्मा ने कृषकों को फसलों की नई किस्मों के गुणों के बारे में जानकारी दी। बीजों में अन्य किस्मों के मिश्रण को रोकने के तरीकों के बारे में भी बताया गया। राजेशवरी कुर्रे ने बीज उपचार के महत्व पर प्रकाश डाला।
रबी फसलों जैसे गेहूं, चना, टमाटर आदि में लगने वाली बीमारी और उनके उपचार के बारे में विस्तृत से जानकारी दी। इस अवसर पर उद्यानिकी विभाग द्वारा सब्जियों के उच्च गुणवत्ता वाले बीज कृषकों को वितरित किए गए। इसके अलावा शस्य वैज्ञानिक डॉ. इंद्रपाल सिंह पैकरा द्वारा फसलों के खरपतवार एवं खरपतवार नाशी के बारे में विस्तृत से जानकारी दी गई।
मनरेगा प्रोजेक्ट अधिकारी सिद्धार्थ जायसवाल ने मनरेगा के अंतर्गत संचालित गतिविधियों एवं परंपरागत खेती के बारे मे जानकारी दी। तत्पश्चात प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम रखा गया। जिसमें छात्रो एवं कृषको ने बढ़ चढक़र हिस्सा लिया एवं उनको पुरस्कार वितरित किए गए। धन्यावाद ज्ञापन डॉ. असाटी द्वारा दिया गया। कार्यक्रम में विकासखंड शिक्षा अधिकारी एसके मिश्रा, गिरेद्र सुधाकर, दीपक कुमार, बृजलाल साहू, मनहरण वर्मा एवं शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकगण सहित कक्षा 11वीं एवं 12वीं के छात्र एवं छात्राएं उपस्थित थे।