राजनांदगांव
संपत्ति विवाद के मामले में पहली बार मीडिया से मुखातिब होते आर्यव्रत और शताक्षी ने मांगी प्रशासन से सुरक्षा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 27 दिसंबर। खैरागढ़ विधायक दिवंगत देवव्रत सिंह के पुत्र और पुत्री ने मौजूदा धर्मपत्नी विभा सिंह से जान के खतरे का अंदेशा जाहिर करते हुए अपने पिता के असामायिक मौत के लिए उन्हें (विभा सिंह) जिम्मेदार ठहराया है। करीब दो माह पूर्व विधायक स्व. सिंह का आकस्मिक निधन हो गया। इसके बाद से देवव्रत सिंह के पैतृक संपत्ति को लेकर दूसरी पत्नी विभा सिंह का राजफैमिली के सदस्यों के साथ विवाद चल रहा है। पिछले कुछ दिनों से देवव्रत के पुत्र आर्यव्रत और शताक्षी खुद को असहज महसूस कर रहे हैं। उनका इशारा सीधे तौर पर अपनी सुरक्षा को लेकर रहा है।
सोमवार को आर्यव्रत सिंह और शताक्षी ने राजनांदगांव में पत्रकारवार्ता में कहा कि विभा सिंह ने उनके पिता के साथ हमेशा छल किया है। दोनों ने आरोप लगाया कि रियासतकालीन जायदाद को हड़पने की नियत से विभा सिंह ने पिता के शादी की थी। इसके बाद वह लगातार संपत्तियों में बंटवारे और पैसे की मांग करती थी। दोनों ने स्पष्ट रूप से कहा कि एक साजिश के तहत पिता को विभा सिंह ने फंसाया है। उन्होंने अपने पिता की विभा की वजह से हुई दुर्गति को लेकर भी मीडिया को बताया कि रात-रातभर विवाद और झंझट करते हुए सिर्फ पैसे की मांग होती थी। जिसके चलते पिता टूट गए थे। डायबिटीज मरीज होने के बावजूद विभा ङ्क्षसह लगातार प्रताडि़़त कर रही थी। दोनों ने विभा सिंह के व्यवहार को लेकर बताया कि शादी के पूर्व मां की भूमिका निष्ठा के साथ निभाने का वादा किया था, लेकिन विवाह के बाद से ही उनकी नजर संपत्ति पर टिकी हुई थी। आर्यव्रत और शताक्षी ने बताया कि पिछले दो-तीन दिनों से कुछ संदिग्ध गतिविधियां हुई है, जिससे उन्हें विभा सिंह से खतरा लग रहा है। दोनों ने प्रशासन से सुरक्षा देने की मांग करते विभा सिंह पर प्रताडऩा के तहत कार्रवाई करने की अर्जी दी है। संपत्ति और जायदाद में चल रही टकराव से दोनों को डर लग रहा है। ऐसे में प्रशासन ही इस मामले में हस्तक्षेप कर मामले का पटाक्षेप कर सकता है।
पिता की दशा पर बिलख पड़ी शताक्षी
परिवार में चल रहे विवाद पर पुत्री शताक्षी सिंह के आंख में उस वक्त आंसू निकल आए, जब वह अपने पिता स्व. देवव्रत सिंह की दशा को लेकर मीडिया से साझा कर रही थी। पिता के साथ किए गए विभा सिंह के दुव्र्यवहार और आपत्तिजनक रवैये को लेकर शताक्षी ने पूरी जानकारी देते बताया कि वैवाहिक बंधन में बंधने के बाद से घर में तनातनी का माहौल रहा। मौजूदा पत्नी हर वक्त सिर्फ पिता को डराने और धमकाते रही। कई बार पिता को देख लेने की धमकी और जीना हराम करने की बात कहकर विभा सिंह हमेशा घरेलू मामले को सार्वजनिक करने का दबाव बनाती थी। शताक्षी सिंह ने अपनी जुबानी देवव्रत सिंह की घरेलू स्थिति को लेकर पूरी बात रखी। इस दौरान वह रो भी पड़ी। हालांकि उनके भाई आर्यव्रत सिंह ने उन्हें संभाला। दोनों भाई-बहन ने एक तरह से प्रेसवार्ता के जरिये विभा सिंह के निजी जीवन से जुड़े तथ्यों का खुलासा किया है।