जान्जगीर-चाम्पा
गांवों में आध्यात्मिक चित्र प्रदर्शनी का आयोजन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदा, 28 दिसंबर। बलौदा में किसान सम्मान समारोह के पश्चात् किसानों के निमंत्रण पर ब्रह्माकुमारी बहनों ने पांच गांवों में पहले दिन आध्यात्मिक चित्र के माध्यम से सत्संग कराया गया। सेवाकेन्द्र प्रमुख ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी बताया कि गांव-गांव में आध्यात्मिक ज्ञान, दिव्य गुणों व नैतिकता की शिक्षा देकर हर व्यक्ति को व्यसनमुक्त व स्वस्थ स्वस्थ बनाना इस चित्र प्रदर्शनी व ज्ञान का मुख्य उद्देश्य है।
हरदी के औराबोइरपारा के राधाकृष्ण मानस मंच में ब्रह्माकुमारी नीता बहन ने कहा कि शरीर का संचालन करने वाली आत्मा है। जिस प्रकार मोटरगाड़ी के आगे की सीट पर बैठकर ड्राइवर गाड़ी को नियंत्रित करता है, उसी प्रकार आत्मा शरीर के अग्र भाग अर्थात् मस्तक के मध्य में विराजित होकर शरीर के सभी कर्मेन्द्रियों को नियंत्रित करती है। लेकिन आज देहअभिमान अर्थात् स्वयं को शरीर समझने के कारण हमारे आंख, कान, नाक, जीभ व हाथ-पैर आदि हमारे नियंत्रण में नहीं है और उनके वशीभूत होकर गलत कर्म कर बैठते हैं। आंखों को बुरा देखने से, कानों को परचिंतन सुनन से, स्वाद के वषीभूत जीभ को गलत खान-पान से रोकने की शक्ति नहीं है। जब तक हम अपने को परमात्मा की संतान दिव्य आत्मा के रूप में नहीं समझेंगे हम नियंत्रण नहीं कर सकेंगे।
साथ ही राजयोग मेडिटेशन से प्राप्त शक्तियों के बारे में भी बतलाया और कहा कि जब हम राजयोग का निरंतर अभ्यास करते हैं तब हमें अष्ट शक्तियों की प्राप्ति होती है। और हमारे व्यवहार में परिवर्तन से हमें सबका सहयोग भी मिलता है। जिससे बड़े से बड़ा कार्य भी आसान हो जाता है।
जर्वे के बाजार चौक पर ब्रह्माकुमारी ईश्वरी बहन एवं अमर भाई सभी को जीवन का लक्ष्य समझाते हुए कहा कि आज दुनिया में बैरिस्टर, इंजीनियर, डॉक्टर बहुत हैं लेकिन अच्छा व सच्चा इंसान बनना, ऐसे लक्ष्य की कमी है। प्रतिदिन ईष्वरीय ज्ञान का पान करने से हमारे अंदर देवताई गुण आते जाते हैं। इस ज्ञान के माध्यम से हमें यही लक्ष्य मिलता है कि नर ऐसी करनी करे जो श्री नारायण के समान बन जाए और नारी ऐसी करनी करे जो श्री लक्ष्मी के समान बन जाए। अच्छे विचार हमें बुराईयों को छोडऩे की प्रेरणा देते है। और एक-एक व्यक्ति परिवर्तन से समाज का और समाज से राष्ट्र का परिवर्तन होगा। सभी को बतलाया गया कि आज से जर्वे के ग्राम पंचायत भवन में शाम 4 से 5 बजे विधिवत राजयोग शिविर प्रवचनमाला आरंभ किया जा रहा है। प्रदर्शनी में सरपंच नीरा खेमन शर्मा जी भी उपस्थित रहे।
औंराईकला के श्यामपारा मोहल्ले में नवधा रामायण मंच में ममता बहन ने लोगां को बतलाया कि मन, बुद्धि व संस्कार आत्मा की तीन सूक्ष्म शक्तियां हैं।
मन में चार प्रकार के विचार चलते हैं सकारात्मक, आवश्यक, व्यर्थ व नकारात्मक। आज व्यर्थ व नकारात्मक विचार हावी हो गए हैं। आवष्यक विचार तो दैनिक कार्य से संबंधित होते हैं। लेकिन हमें जिन विचारों से शक्ति प्राप्त होती है, मन प्रसन्न रहता है वे विचार हैं सकारात्मक विचार। ऐसे विचारों की संख्या बहुत कम हैं व कम समय के लिए हैं। इसमें निरन्तरता लाने के लिए प्रतिदिन सत्संग जरूरी है।
जावलपुर सुदामापारा के पीपल चौक पर एवं ग्राम झपेली के नवधा रामायण के स्थान पर ब्रह्माकुमारी शशी बहन एवं राकेश भाई ने विस्तार से ज्ञान समझाया। शषी बहन ने कहानी के माध्यम से बतलाया कि जो दूसरों का भला करता है उनका भला आपेही हो जाता है। उन्होंने सभी को कॉमेन्ट्री के द्वारा शान्ति की अनुभूति भी कराई। कार्यक्रम में झपेली की सरपंच बृहस्पति बाई ने भी ज्ञान लाभ लिया।
बलौदा में ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी शाम 4 से 5 बजे राजयोग शिविर करा रहे हैं। इसमें बलौदा व रसौटा ग्राम के किसान भाई शामिल हो रहे हैं। दीदी ने बतलाया कि बलौदा सेवाकेन्द्र में प्रतिदिन प्रात: एवं सायं 7 से 8 बजे सकारात्मक चिंतन की क्लासेस लगाई जा रही हैं। ब्रह्माकुमारीज़ के सभी कोर्सेज़ व सभी सेवाएं नि:शुल्क प्रदान की जाती हैं।