राजनांदगांव
10-10 पार्षद होने से भाजपा-कांग्रेस की क्रॉस वोटिंग की आशंका से सदस्यों पर नजर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 दिसंबर। खैरागढ़ नगर पालिका को नए साल में अध्यक्ष मिल जाएगा। अध्यक्ष का ताज किसके सिर पर होगा, यह 5 जनवरी को प्रथम सम्मेलन में सामने आ जाएगा। इसी दिन उपाध्यक्ष की कुर्सी पर कौन विराजमान होगा यह भी साफ हो जाएगा। कांग्रेस और भाजपा नतीजों के लिहाज पर बराबरी पर हैं।
दोनों पार्टी से 10-10 पार्षद चुनकर आए हैं। यह स्पष्ट है कि बिना क्रॉस वोटिंग के दोनों दल को अध्यक्ष-उपाध्यक्ष की कुर्सी नसीब नहीं होगी। यानी किसी भी दल के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के विजयी होना क्रॉस वोटिंग का ही नतीजा होगा। इस बीच कांग्रेस और भाजपा ने अपने पार्षदों को कड़ी निगरानी में रखा है। दोनों दल के पार्षद अज्ञातवास पर हैं। यानी नया साल का जश्न मनाने के बाद सभी तय तारीख पर मतदान के लिए उपस्थित होंगेे।
भाजपा को कांग्रेस से ज्यादा खतरा है। सत्तारूढ़ दल होने के कारण कांग्रेस की रणनीति ज्यादा आक्रामक होगी। चर्चा है कि कांग्रेस अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर अपना कब्जा रखने के लिए पूरा जोर लगा रही है। भाजपा के कुछ पार्षदों की गतिविधियों को लेकर सियासी हल्के में चर्चा है। कांग्रेस के साथ कुछ पार्षदों के संपर्क में होने की अटकलों से भाजपा अलर्ट हो गई है।
सूत्रों का कहना है कि सभी पार्षदों पर चुनाव में लीड़ करने वाले प्रमुख नेता विक्रांत सिंह का व्यक्तिगत भरोसा है। इस बात की संभावना कम है कि विक्रांत की वजह से भाजपा से क्रॉस वोटिंग होगी। उधर 5 जनवरी को अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के लिए प्रथम सम्मेलन को लेकर प्रशासन ने तारीख निर्धारित कर दी है। कांग्रेस से 4 बार के पार्षद अब्दुल रज्जाक का नाम उभरकर सामने आया है। अब्दुल रज्जाक लगातार अपने वार्ड से जीतकर आ रहे हैं। उनके लगातार विजयी होने के कारण पार्टी अध्यक्ष बनाने पर विचार कर सकती है। उधर विक्रांत सिंह के नजदीकी माने जाने वाले विनय देवांगन का नाम भी चर्चा में है। विनय ने कांग्रेस के तीन बार के पार्षद मनराखन देवांगन को अच्छे अंतरों से हराया है। दोनों ही पार्टी से कुछ और नाम भी सामने आए हैं। प्रथम सम्मेलन के दौरान ही स्थिति साफ होगी।