राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 दिसंबर। जिला पंचायत अध्यक्ष गीता घासी साहू ने बेमौसम बारिश होने से किसानों की फसलों को हुए नुकसान पर छत्तीसगढ़ शासन से मांग करते कहा कि किसानों की फसल लाखड़ी, चना, मसूर, गेहूं सहित अन्य फसलों का नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने राज्य सरकार से किसानों को क्षतिपूर्ति राशि की मांग की है।
जिपं अध्यक्ष श्रीमती साहू ने भूपेश सरकार पर हमला करते कहा कि सोसाइटी में रखे धान का उठाव उचित समय पर नहीं करने से किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। भूपेश सरकार पूरी तरह से नाकाम रही है। जिले की सोसाइटी में खरीदे जा रहे धान का तेजी से उठाव नहीं होने के कारण सोसाइटी में लाखों क्विंटल धान जाम पड़ा है। उठाव नहीं होने से ई समिति आगामी दिनों में खरीदी बंद होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। किसानों के धान खरीदने के लिए सोसाइटी में जगह नहीं है। परिवहन करने में पूरी तरह से कांग्रेस की सरकार निकम्मी हो गई है। राज्य सरकार द्वारा एक नवंबर की जगह 1 दिसंबर से धान खरीदी करने की वजह से किसानों को धान के भंडारण रखने में भी दिक्कत आती है। जबकि अपने आपको कांग्रेस सरकार किसान हितैषी होने की ढिंढोरा पीटती रहती है। किसानों को अपने धान को खरीदी केंद्र में ले जाने के पूर्व उनके रख-रखाव के उचित जगह के अभाव में बेमौसम बारिश से बचाने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
गीता घासी साहू ने कहा कि धान खरीदी एक माह लेट चालू करने से किसानों को रुलाने का काम भूपेश सरकार कर रही हैं, जो सरासर उचित नहीं है।