रायगढ़
नई गाइडलाइन में 93 प्रतिशत हुआ आक्सीजन का पैमाना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 9 जनवरी। स्वास्थ्य विभाग आगामी दिनों में कोरोना संक्रमण के बढऩे की आशंका जताई है और लोगों को सावधानी बरतने और अति आवश्यक कार्य पडऩे पर ही घर से बाहर निकलने की लगातार अपील की है। ओमिक्रॉन के ज्यादातर मरीजों में गंभीर लक्षण नहीं हैं, लेकिन यह डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले 30 गुना तक तेजी से फैलता है।
बिना लक्षण या हल्के लक्षण वाले कोरोना मरीजों को अब घरों पर 14 दिनों के बजाय सिर्फ 7 दिन आइसोलेट या क्वारैंटाइन रहना होगा। यही नहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ताजा गाइडलाइन में ऑक्सीजन सैचुरेशन का पैमाना भी 94 प्रतिशत से बदलकर 93 प्रतिशत कर दिया गया है।
गाइडलाइन के मुताबिकआइसोलेशन के इन 7 दिनों की शुरुआत कोरोना की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के दिन से मानी जाएगी। आइसोलेशन के दौरान अगर मरीज को लगातार 3 दिनों तक बुखार नहीं आए तो उसे आठवें दिन से कोरोना निगेटिव माना जाएगा। इसके लिए कोरोना की जांच भी जरूरी नहीं होगी।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एसएन केसरी ने बताया कि एसिम्पटोमेटिक मरीज ऐसे लोग को माना जाएगा, जिनकी रिपोर्ट तो कोरोना पॉजिटिव आए, लेकिन उनमें कोरोना का कोई लक्षण न हों। और सामान्य परिस्थिति में रोगी की ऑक्सीजन सैचुरेशन 93 प्रतिशत से अधिक हो। इससे पहले ऑक्सीजन सैचुरेशन का यह पैमाना 94 प्रतिशत था। ऐसे मरीजों को हल्के लक्षण वाला माना जाएगा जिनमें बुखार के साथ या बुखार के बिना ऊपरी श्वसन तंत्र, यानी अपर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट से जुड़े लक्षण हों, लेकिन उन्हें सांस लेने में कोई दिक्कत न हो। इसके अलावा उनका ऑक्सीजन सैचुरेशन 93प्रतिशत से ज्यादा हो।