जशपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पत्थलगांव, 10 जनवरी। बगीचा के मैदानी इलाकों में लहलहाने लगी सरसों की फसल। शासन की विभिन्न योजनाओं के चलते ग्रामीण किसानों में खेती करने में पहले की अपेक्षा अब ज्यादा रूचि देखी जा रही है। ब्लॉक बगीचा के मैदानी इलाके (नीच घाट ) में विभिन्न खेती के अलावा अब सरसों की फसल भी लहलहाने लगी है। इस इलाके में ज्यादातर किसान धान और मक्के की फसल का उत्पादन करते रहे हैं, लेकिन सरकार की सब्सिडी से प्राप्त सौर ऊर्जा से चलने वाले पम्प की पहुंच बोर, नदी, नाले और तलब तक हो जाने के करण किसानों की खेती में ऊपज बढ़ी है। सरकार ने मुफ्त विद्युत कनेक्शन भी किसानों के खेतों तक पहुंचाया है, वहीं समर्थन मूल्य पर धान व अन्य ऊपज की खरीदी ने भी खेती का रकबा बढ़ा दिया है।
किसान इन फसलों के अलावा अन्य फसल लगा कर लाखों रूपए कमा रहे हैं। गांव घुघरी के किसान जगदीश यादव और मरोल के किसान दयानन्द यादव ने टमाटर का बड़े स्तर पर उत्पादन कर लाखों रूपए कमायें हैं। गांव महुवाडीह के किसानों के खेतों तक विद्युत कनेक्शन उपलब्ध हो जाने के कारण किसान गेहूं की फसल भी लगा रहे हैं। साथ ही अब इस इलाके में सरसों की फसल भी लहलहाने लगी है।
बहरहाल सरकार की विभिन्न योजनाओं से व उपलब्ध संसाधनों से किसानों की आर्थिक स्थिति लगातार बदल रही है।