सूरजपुर
यूपी-बिहार के 2 डायरेक्टर बंदी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिश्रामपुर, 11 जनवरी। चिटफण्ड कंपनी के 2 डायरेक्टरों को सूरजपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी यूपी और बिहार के निवासी हैं। एक आरोपी दुर्ग से हफ्ते भर पहले गिरफ्तार हो चुका है। आरोपियों ने सूरजपुर जिले के 132 निवेशकों से करीब 98 लाख की ठगी की है। आरोपियों से कार, 2 क्रेडिट कार्ड, मोबाईल, नगदी जब्त किए गए।
27 मार्च 2016 को डुमरिया सूरजपुर निवासी रनसाय राजवाड़े ने थाना सूरजपुर में लिखित शिकायत दी थी कि इसके पास बेनी माधव निवासी नमदगिरी व नारायण राजवाड़े निवासी महगवां आए और फाईन इंडिया कंपनी के बारे में बताए कि कंपनी के अभिकर्ता है और कंपनी का बहुत अच्छा प्लान है, जो 1 लाख रूपये जमा करने पर जमाकर्ता को 9 हजार रूपये प्रतिमाह जीवनभर मिलेगा, जिससे प्रभावित होकर आवेदक और अन्य गवाहों से कुल 3 लाख 50 हजार रूपये आरोपियों द्वारा षडय़ंत्र पूर्वक फाईन इंडिया कंपनी में जमा कराकर ऑनलाईन पर्ची दिए, जब प्रतिमाह पैसा नहीं मिला तो दोनों से सम्पर्क करने पर पैसा मिलेगा, कहकर टालमटोल करते रहे और पैसा मांगने पर गाली-गलौज किया गया और धोखाधड़ी कर कंपनी बंद कर दिए। शिकायत जांच पर अपराध का घटित होना पाए जाने पर थाना सूरजपुर में अपराध दर्ज किया।
प्रकरण में आरोपी बेनी माधव, नारायण राजवाड़े कंपनी के अभिकर्ता होने के कारण सर्वोच्च न्यायालय के गाईड लाईन के आधार पर आरोपीगण से गवाह बनाया गया और मुख्य आरोपी फाईन इंडिया के डायरेक्टर दिवाकर सिन्हा, भूपेन्द्र चतुर्वेदी व अन्य को आरोपी बनाते हुए विवेचना प्रारंभ की गई।
मामले की विवेचना के दौरान पाया गया कि फाईन इण्डिसेल्स प्रा.लि. कंपनी के डायरेक्टर भूपेन्द्र चतुर्वेदी, दिवाकर सिन्हा और सईद अहमद हैं, जिसके बाद थाना सूरजपुर की पुलिस ने दुर्ग से कंपनी के डायरेक्टर भूपेन्द्र चतुर्वेदी भिलाई नेहरूनगर, थाना सुपेला जिला दुर्ग को 2 जनवरी को गिरफ्तार किया गया। उसके कब्जे से 1 लैपटॉप, 1 मोबाईल कीमत 1 लाख रूपये का जब्त किया गया और 2 अन्य डायरेक्टरों की पतासाजी में लगी रही।
सूरजपुर पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता ने चिटफण्ड के प्रकरणों में फरार आरोपियों की पतासाजी कर गिरफ्तार करने पुलिस टीम को लगाया था।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व एसडीओपी गीता वाधवानी के मार्गदर्शन में थाना सूरजपुर पुलिस की 2 टीमों को पुख्ता जानकारी के आधार आरोपियों को पकडऩे रवाना किया गया। पुलिस की एक टीम ने रायपुर से कंपनी के डायरेक्टर दिवाकर सिन्हा (52) मुंगेर, थाना व जिला मुंगेर बिहार को पकड़ा। उसके कब्जे से 1 कार क्रमांक सीजी 07 एएस 0501, 2 क्रेडिट कार्ड, 1 मोबाईल व 3 चेक कुल कीमत 5 लाख 20 हजार रूपये का जब्त किया गया।
पुलिस की दूसरी टीम ने कानपुर से कंपनी के डायरेक्टर सईद अहमद (44) जार्ज मऊ, थाना चचेरी, जिला कानपुर उत्तरप्रदेश को पकड़ा गया। मामले में दोनों आरोपियों के खिलाफ अपराध सबूत पाए जाने पर गिरफ्तार किया गया।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि प्रारंभ में फाईन इण्डिसेल्स (फाईन इंडिया) प्रा.लि. कंपनी बनाकर नेटवर्किंग सिस्टम से जोड़ा गया, कंपनी से जुडऩे के लिए 2 हजार रूपये सदस्य शुल्क लेकर उन्हें सामग्री की पैकेट दी जाती थी, बाद में उसे बढ़ाकर 10 हजार रूपये कर दिया गया और उसकी भी सामग्री दी जानी लगी। नेटवर्किंग सिस्टम में जो एजेंट जितने ज्यादा सदस्य बनाता था उसे प्रत्येक सदस्य से 1 हजार रूपये कमीशन दी जाती थी। इस प्रकार करोड़ों की धोखाधड़ी की गई। प्रचार-प्रसार के अभाव एवं एजेंट बढ़ाने के उद्देश्य कंपनी का ऑफिस कानपुर उत्तरप्रदेश से बढ़ाते हुए मुम्बई में प्रारंभ किया गया। इन जगहों से पूरे भारतवर्ष के धोखाधड़ी को अंजाम दिया गया। सूरजपुर जिले के 132 निवेशकों से करीब के 98 लाख रूपये की राशि की धोखाधड़ी की गई है।
कोलकाता सीबीआई के द्वारा प्रकरण की विवेचना की जा रही है एवं कटक ओडिशा सीबीआई न्यायालय में प्रकरण विचारण में है। प्रर्वतन निदेशालय (ईडी) के द्वारा फाईन इंडिसेल्स (फाईन इंडिया) प्रा.लि. कंपनी के पूरे एकाउण्ड से 150 करोड़ रूपये फ्रीज किया है, जिसके संबंध में अग्रिम कार्रवाई उनके द्वारा की जा रही है।
फाईन इण्डिसेल्स कंपनी के विरूद्व हमारे जिले में थाना सूरजपुर के अलावा जिला जांजगीर-चाम्पा में 3 प्रकरण, जिला कांकेर में 1 प्रकरण, जिला बालौद में 2 प्रकरण एवं जिला राजनांदगांव 01 प्रकरण कुल 8 पंजीबद्ध हंै। जिन जिलों में कंपनी के खिलाफ मामला पंजीबद्ध है, वहां की पुलिस को आरोपियों की गिरफ्तारी के बारे में सूचना दे दी गई है।
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी सूरजपुर दीपक पासवान, एसआई संतोष सिंह, एएसआई देवनाथ चौधरी, प्रधान आरक्षक ऐसन पाल, तालीब शेख, रजनीश त्रिपाठी, आरक्षक लक्ष्मी नारायण मिर्रे, कैलाश यादव, युवराज यादव, रौशन सिंह, अकरम मोहम्मद व सत्यम सिंह सक्रिय रहे।