रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 12 जनवरी। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने इस बात पर चिंता जताई है कि प्रदेश, विशेषकर राजधानी में कोरोना संक्रमण की लगातार बढ़ती दर पर काबू पाने के प्रति प्रदेश सरकार की उदासीनता छत्तीसगढ़ में दहशत के हालात निर्मित कर रही है। श्री साय ने कहा कि एक तरफ संक्रमण की दर बढ़ती ही जा रही है और दूसरी तरफ़ राजधानी में ऐसे हालात में भी चल रहे दो बड़े आंदोलन को समाप्त कराने में प्रदेश सरकार कोई सकारात्मक पहल नहीं कर रही है और प्रदेश को कोरोना संक्रमण के भयावह दौर में धकेलने का षड्यंत्र अमल में ला रही है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने कहा कि प्रदेश की राजधानी में संक्रमण की जो दर बढ़ी है, वह इसलिए चिंताजनक है क्योंकि यह दर देश के टॉप-5 में गिनी जा रही है। ऐसी स्थिति में राजधानी में पुलिस-परिजनों और किसानों के दो बड़े आंदोलन जारी हैं। सोमवार को पुलिस-परिजनों के आंदोलन के दौरान आंदोलित परिजनों के साथ दुर्व्यवहार, धक्का-मुक्की के बाद कुछ लोगों की गिरफ्तारी भी की गई। इसी तरह प्रदेश के किसान भी अपनी मांगों को लेकर यहां आंदोलन करके प्रदेश सरकार का ध्यान खींच रहे हैं। श्री साय ने कहा कि अपनी जान दांव पर लगाकर आंदोलन कर रहे इन लोगों के साथ संवेदनापूर्वक चर्चा करके, समाधान करके इन आंदोलनों को समाप्त करने में कोई रुचि नहीं ले रही है। क्या प्रदेश सरकार इन आंदोलनकारियों से बात करना भी जरूरी नहीं समझती?
श्री साय ने प्रदेश सरकार को आगाह किया कि राजधानी में बढ़ते कोरोना संक्रमण के खतरे से इन आंदोलनकारियों पर प्रतिकूल प्रभाव की आशंका तो गहरा ही रही है, साथ ही पूरे प्रदेश में भी संक्रमण के फैलाव की आशंका घनीभूत होती जा रही है, क्योंकि ये आंदोलनकारी प्रदेश के अलग-अलग स्थानों से आकर यहाँ जुटे हैं। श्री साय ने कहा कि प्रदेश में बढ़ती संक्रमण दर और उसके फैलाव की आशंका के बावज़ूद प्रदेश सरकार कुम्भकर्णी नींद में सोई पड़ी है, यह प्रदेश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है।