महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,13 जनवरी। शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय महासमुंद के तत्वावधान में हिंदी विभाग ने विश्व हिंदी दिवस मनाया। इस अवसर पर विभागाध्यक्ष डा. अनुसुइया अग्रवाल ने कहा कि भारत राष्ट्र के ही लोग हिंदी को राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति दिला सकते हैं। उन्होंने बताया कि हिंदी के माध्यम से लोग विश्व को समझ रहे हैं। हिंदी एकमात्र ऐसी भाषा है जिससे आप अपनी जमीन और अपनी मिट्टी से जुड़ सकते हैं और जमीन और मिट्टी से जुडऩे वाले लोग ही हिंदी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में सफल हो सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई एक राजनीतिक व्यक्तित्व बाद में पहले सहृदय कवि थे। हिंदी पर उन्होंने जो गीत लिखें है वो आज भी लोगों के द्वारा गुनगुनाए जाते हैं। हिंदी के कारण ही वे जन जन के प्रिय हुए। डा. जीवन चंद्राकर अतिथि सहायक प्राध्यापक हिंदी ने बताया कि इस महाविद्यालय में यह पहला अवसर की विश्व हिंदी दिवस का आयोजन हुआ है और साथ ही हिंदी के व्यापक क्षेत्र को बताते हुए सबको शुभकामनाएं प्रेषित किया। इसी क्रम में हिंदी विभाग के प्रथम एवं तृतीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने काव्य पाठ किया।
तृतीय सेमेस्टर से लीना चंद्राकर हिंदी के अनूठी काव्य का गठन किया। मुक्ता साहू ने है भाषा हिंदी का, सविता निषाद ने जन जन की भाषा हिंदी, काजल चंद्राकर ने हिंदी हंै हम और गुलाब ठाकुर ने अपनी स्वरचित काव्य का पाठन किया। प्रथम सेमेस्टर से सीतेश्वर साहू एवं कल्याणी तांडी ने भी हिंदी पर काव्य पाठ किया। काव्य प्रस्तुति के बाद सीमा रानी प्रधान सहायक प्राध्यापक हिंदी ने शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए हिंदी के विकास और विस्तार को बताया।