महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,13 जनवरी। महासमुंद में धरोहर झरोखा निर्माण के लिए कल बुधवार को संचालनालय संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग, छत्तीसगढ़ शासन से अधिकारी शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय पहुंचे। यहां इन्होंने स्थल का निरीक्षण किया और जानकारी दी कि धरोहर झरोखा छग की संस्कृति को जानने का एक महत्वपूर्ण प्लेटफार्म बनेगा।
छत्तीसगढ़ की संस्कृति एवं पुरातत्व को दर्शाने, धरोहर झरोखा मिनी संग्रहालय स्थापित किया जाना है। अरुंधति सिंह परिहार उत्खनन सहायक, सीमा तिवारी तकनीकी सहायकस, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग ने निरीक्षण किया। टीम ने धरोहर झरोखा के लिए सभागार स्थित कक्ष का चिन्हांकन किया है।
मालूम हो कि डा. ज्योति पांडे प्राचार्य के निर्देशन, विनोद चंद्राकर संसदीय सचिव विधायक एवं जनभागीदारी अध्यक्ष के प्रोत्साहन स्वरूप डा. रीता पांडे विभागाध्यक्ष इतिहास एवं डा. जया ठाकुर विभागाध्यक्ष समाजशास्त्र द्वारा संस्कृति विभाग को महाविद्यालय में धरोहर झरोखा स्थापित करने पत्र भेजकर आग्रह किया गया था। डा. रीता पांडेय ने बताया कि महाविद्यालय में इतिहास विषय का स्नातक स्तर पर 55 वर्षों से एवं स्नातकोत्तर स्तर पर विगत 15 वर्षों से अध्यापन किया जा रहा है। यह जिले का अग्रणी महाविद्यालय है। इस क्षेत्र के विद्यार्थी इतिहास संस्कृति एवं पुरातत्व में रुचि लेते हैं। विद्यार्थियों को छत्तीसगढ़ राज्य की संस्कृति एवं पुरातत्व स्थलों से परिचय कराने, पुरातात्विक विषय में रुचि बढ़ाने, महाविद्यालय में संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग से धरोहर झरोखा स्थापित किया जा रहा है।