कोरिया
बरसों पुरानी मुख्य सडक़ की मांग पर लगी मुहर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
चिरमिरी, 14 जनवरी। शहर में काबिज एसईसीएल एजेंसी की बड़ी पेचीदगी के बाद आखिरकार गुरुवार को मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ.विनय जायसवाल महापौर कंचन जायसवाल सहित राजस्व विभाग, वन विभाग, एसईसीएल की संयुक्त टीम के द्वारा मौके पर जा कर घंटों निरीक्षण किया और अंतत: भूमि अधिग्रहण से लेकर मुआवजे के साथ अन्य विभागों की रूकावट को समाप्त करते हुए लिखित सहमति दी गई है, जिससे जल्द ही अब शहर की बड़ी मेगा प्रोजेक्ट परियोजना को आगे बढ़ा कर कोयले का पूर्ण रूप से दोहन किया जाएगा। जिस कार्य में लगभग 10 वर्षों का कोयला उत्खनन होगा, जिससे चिरमिरी शहर को एक नई दिशा मिलेगी।
इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने में आ रही अटकलों पर स्थानीय विभागीय कार्रवाई में आ रही अटकलों को समाप्त करते हुए उपस्थित विभागों के अधीनस्थ अधिकारियों ने अपनी सहमति दी है, और इस भूमि पर काबिज परिवारों को एसईसीएल एजेंसी द्वारा उन्हें मुआवजे के साथ परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी। उक्त भूमि पर स्थापित मंदिर परिसर को भी दूसरे स्थल पर स्थापित कर भव्य रूप में सौंदर्यीकरण करने की बात पर सहमति बनाई गई।
निरीक्षण में शहर के बरतुंगा कालरी के दो वार्डों की सबसे पुरानी मांग नवीन सडक़ पर भी सभी विभागों ने अपनी सहमति देते हुए सडक़ निर्माण की बात कही है, जो बीते कई दशको से विभागीय अटकलों से रुका हुआ था। यह मुख्य सडक़ गोदरिपारा के एकता नगर, आजाद नगर से होते हुए बरतुंगा कालरी के लिए निर्माण की जाएगी। उक्त भूमि एसईसीएल एजेंसी की लीज भूमि होने के कारण भी वन विभाग से सहमति न मिलने के कारण रोक लगा दिया गया था।
जिस पर मनेंद्रगढ़ विधायक की मध्यस्था के बाद समाप्त होने कारगर साबित हुआ है, जो जल्द ही निर्माण की ओर अग्रसर होगा ।