महासमुन्द

धान खरीदी के लिए मात्र 10 दिन शेष लक्ष्य को पूरा करने के लिए रोजाना
14-Jan-2022 5:11 PM
धान खरीदी के लिए मात्र 10 दिन शेष लक्ष्य को पूरा करने के लिए रोजाना

3.40 लाख क्विंटल की खरीदी जरूरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 14 जनवरी।
बारिश से पहले जिले भर में दो लाख क्विंटल रोजाना की औसत से धान खरीदी जारी थी लेकिन अब एक बार फिर से खरीदी की लिमिट बढ़ाए जाने पर विचार किया जा रहा है। जिला विपणन अधिकारी जयदेव सोनी का कहना है कि निर्धारित समय तक सभी किसानों से धान की खरीदी करने का भरपूर प्रयास रहेगा।

उन्होंने कहा कि मौसम की वजह से चार दिन से खरीदी प्रभावित है। उनके मुताबिक जिले के 152 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से एक दिसंबर से खरीदी शुरू हुई है। 1 लाख 12 हजार 565 किसानों से खरीदी कर ली गई है। इनसे करीब 47.72 लाख क्विंटल धान की खरीदी हुई है। अभी भी 37 हजार 435 किसान धान बेचने की कतार में हैं। उनका नंबर अभी तक नहीं आया है। बारिश की वजह से अब ये पीछे हो गए हैं। कहा जा रहा है कि लक्ष्य को देखते हुए अभी भी किसानों से 34 लाख क्विंटल धान और खरीदा जाना है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए किसानों से रोजाना 3.40 लाख क्विंटल की खरीदी करनी होगी।

मालूम हो कि बारिश के चलते लगातार कल चौथे दिन भी उपार्जन केंद्रों में धान की खरीदी प्रभावित रही। कल गुरूवार को भी जिले के किसी भी उपार्जन केंद्र में एक दाना धान की भी खरीदी नहीं हो पाई है। इससे आने वाले समय में खरीदी का लक्ष्य पूरा कर पाना समितियों के लिए चुनौती बनती जा रही है। क्योंकि अब धान खरीदी के लिए केवल 10 दिन ही शेष बचे हैं। वहीं वर्तमान में जिले में अब तक 47.72 लाख क्विंटल की धान किसानों से खरीदी की जा चुकी है। खरीदी का लक्ष्य फसल उत्पादन के अनुसार 82 लाख क्विंटल है और धान खरीद की अंतिम तिथि 31 जनवरी निर्धारित है। कहा जा रहा है कि लक्ष्य को देखते हुए अभी भी किसानों से 34 लाख क्विंटल धान और खरीदा जाना है। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए किसानों से रोजाना 3.40 लाख क्विंटल की खरीदी करनी होगी। तब कहीं जाकर लक्ष्य पूरा हो पाएगा। हालांकि ऐसा कर पाना मुश्किल ही नजर आ रहा है। क्योंकि जिले के 100 से अधिक उपार्जन केंद्र ऐसे हैं, जहां बफर लिमिट से अधिक धान जमा है। ऐसे में इन केंद्रों में पूरी क्षमता से धान की खरीदी नहीं हो पाएगी।

सहकारी संघ के जिलाध्यक्ष जयप्रकाश साहू ने भी धान खरीदी को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि यदि तिथि नहीं बढ़ाई गई तो निर्धारित समय में पूरे किसानों का धान खरीदना मुश्किल होगा। कम से कम 15 दिन का समय खरीदी को पूरा करने के लिए और चाहिए।

भाजपा के सहकारिता प्रकोष्ठ के जिला सह संयोजक देवेन्द्र चंद्राकर ने धान खरीदी की तिथि एक माह बढ़ाने की मांग की है। वहीं अशवंत तुषार साहू ने 20 दिवस धान खरीदी की तिथि बढ़ाने की मांग को लेकर डिप्टी कलेक्टर को सीएम के नाम का ज्ञापन सौंपा है।

महासमुंद जिले में वर्तमान में करीब 34 लाख क्विंटल धान की खरीदी किसानों से की जानी है। वहीं खरीदी में केवल 10 दिन का ही समय शेष रह गया है। ऐसे में रोजाना समितियों को 3.40 लाख क्विंटल की औसत से धान खरीदी करनी होगी। जानकारों की मानें तो बारिश के कारण इस पूरे सप्ताह खरीदी प्रभावित होगी। साथ ही सबसे बड़ी चुनौती उन 100 खरीदी केंद्रों की है, जहां बफर लिमिट से अधिक धान का स्टॉक जमा है। ऐसे में इन केंद्रों में खरीदी के बाद धान रखने में समस्या होगी। जिले के 152 उपार्जन केंद्रों में इस वक्त धान की खरीदी की जानी है। जिले के 1 लाख 50 हजार 345 किसानों ने पंजीयन कराया है। किसानों ने 2 लाख 17 हजार हेक्टेयर में धान की फसल ली थी। अब तक 1 लाख 12 हजार 565 किसानों ने धान बेचा है। इनसे 47.72 लाख क्विंटल धान की खरीदी की हो गई है और 25.92 लाख क्विंटल धान उपार्जन केंद्र में रखा हुआ है।
 

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