सरगुजा

बारिश से सरगुजा तरबतर, जनजीवन अस्त-व्यस्त
14-Jan-2022 9:05 PM
बारिश से सरगुजा तरबतर, जनजीवन अस्त-व्यस्त

समिति केंद्रों में धान भीगने की खबर
बच्चों व बुजुर्गों पर खराब मौसम का पड़ रहा असर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर,14 जनवरी।
बंगाल की खाड़ी में बने अवदाब के चलते उत्तर छत्तीसगढ़ के सरगुजा में शुक्रवार की शाम से झमाझम बारिश हो रही है। बारिश से पूरा इलाका तरबतर हो गया है, वहीं सूर्य देवता के दर्शन नहीं होने से लोग खराब मौसम को लेकर काफी परेशान नजर आए।

सुबह से लेकर शाम 4 बजे तक घने बादल और उसके बाद बारिश ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी है। शाम चार बजे से लगातार बारिश होने से लोगों का जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया। बारिश सरगुजा संभाग मुख्यालय अंबिकापुर सहित पूरे सरगुजा में हो रही है, देर रात तक ओलावृष्टि की भी संभावना जताई गई है।

मौसम बदलने से बच्चों और बुजुर्गों पर इसका खासा असर देखा जा रहा है। अंबिकापुर शहर के काफी संख्या में लोग मौसमी बीमारी व संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। इस समय कोरोना संक्रमण सरगुजा में तेजी से पांव पसार रहा है, ऐसे में बिगड़ता मौसम लोगों के सेहत पर और भी खराब प्रभाव डाल सकता है। अभी अधिकांश मामले सर्दी-खांसी के आ रहे हैं, जिसमें लगभग सभी वर्ग के लोग प्रभावित हो रहे हैं।

गौरतलब है कि सरगुजा में 10 जनवरी से ही मौसम खराब है। घने बादल, ओलावृष्टि व बारिश होने से लोग हलाकान हैं। बारिश होने के कारण लोगों को ठंड का भी एहसास हुआ। लोग गर्म कपड़े और अलाव का सहारा लिए हुए थे।

बारिश के मद्देनजर जिला प्रशासन ने धान खरीदी केंद्रों में धान को बचाने समुचित व्यवस्था की थी, फिर भी एक-दो स्थानों से धान के भीगने की खबर मिल रही है।

मौसम जानकर श्री भट्ट ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में दक्षिण-पश्चिम से दक्षिण-पूर्व तक एक चक्रवाती परिसंचरण भी 1.5 किमी की ऊंचाई के स्तर तक फैला हुआ है, जिससे लगातार नमी की आपूर्ति मध्य तथा पूर्वी भारत की ओर हो रहा है जो उत्तरी छत्तीसगढ़ में गर्जन करने वाले बादलों के साथ वर्षा तथा कहीं-कहीं ओलावृष्टि के लिए अनुकूल वातावरण पैदा कर रहे हैं। उत्तरी कर्नाटक से उत्तरी ओडिशा तक बनी द्रोणिका अभी भी सक्रिय है।

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