महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 16 जनवरी। बारिश थमने के बाद अब नगर सहित अंचल में ठंड फि र से बढ़ गई है। शाम ढलते ही तापमान गिरने लगा है। ठंड बढऩे लगी है। सुबह-शाम लोग ठंड से बचने गरम कपड़ों के अलावा अलाव का सहारा ले रहे हैं। बढ़ती ठंड को देखकर ऊनी कपड़ों के वस्त्रालयों में ग्राहकों की भीड़ फि र से जुटने लगी है। ठंडे पदार्थों की अपेक्षा गरम पेय पदार्थों की ओर लोगों का रुझान बढऩे लगा है। सुबह व शाम चाय दुकानों में ग्राहकों की अच्छी भीड़ देखी जा रही है। जहां लोग गरम चाय व काफी का आनंद लेते नजर आ रहे हैं। ठंड बढऩे से बच्चों में सर्दी-जुकाम की शिकायतें बढ़ गई है। डाक्टरों की सलाह है कि बच्चों को ठंड से बचाएं और सुबह-शाम बच्चों की देखभाल उचित ढंग से करें।
बदले मौसम और बढ़ी ठंड से क्षेत्र में सर्दी, जुकाम, बुखार के रोगी बढ़ गए हैं। रोगी कोरोना संक्रमण को लेकर अधिक सजग हैं। जरा भी परेशानी होते ही स्वयं को घर के अन्य सदस्यों से अलग कर रहे हैं साथ ही भाप से उपचार का तरीका अपना रहे हैं। निजी व पारिवारिक चिकित्सक से परामर्श लेकर दवा खा रहे हैं। हालांकि बच्चों को लेकर लोग ज्यादा सजग हैं। बच्चों को समस्या आने पर चिकित्सक के दवाखाने में ले जाकर जांच उपचार कराया जा रहा है।
चिकित्सक डा.अरविंद गुप्ता, डा. अनिरुद्ध कसार, डा.छत्रपाल चंद्राकर, डा.कुलवंत आजमानी, डा.मंजीत चंद्रसेन, डा. युसुफ मेमन, डा युगल चन्द्राकर, डा. सोमी चंद्राकर का कहना है कि इस बार बचाव ही सबसे बड़ी दवा है। लोग ठंड से बचें और दूसरों को भी बचाएं। पूरी सावधानी बरतें। भाप लें। समस्या होने पर चिकित्सक से परामर्श अवश्य लें साथ ही चिकित्सकों के पास जाने में देर न करें। उन्होंने कहा कि खुद की थोड़ी सी सावधानी जीवन बचाने के लिए बड़ा योगदान है।