महासमुन्द

भारतीय खाद्य निगम के गोदामों में चावल रखने के लिए जगह नहीं
16-Jan-2022 6:41 PM
भारतीय खाद्य निगम के गोदामों में चावल रखने के लिए जगह नहीं

कई बोरी चावल गोदाम के बाहर ही स्टेक बनाकर रखा गया है

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

महासमुंद, 16 जनवरी। जिला स्थित भारतीय खाद्य निगम के गोदामों में चावल रखने के लिए जगह नहीं है। आज मौसम खुलने के बाद नान में चावल जमा करने की रफ्तार भी बढ़ी है। मिलर्स अलॉटमेंट मिलने का इंतजार कर रहे थे। धान उठाव के बाद मिलर्स ने मिलिंग का कार्य पूरा कर लिया है, लेकिन मिलिंग किया हुआ चावल जमा नहीं हो पा रहा है। चर्चा है कि जब तक एफसीआई में चावल रखने के लिए जगह नहीं बनेगी,तब तक मिलिंग किया हुआ चावल एफसीआई में जमा नहीं हो पाएगा। मिलर्स अलाटमेंट मिलने का इंतजार कर रहे हैं। हर साल एफसीआई में उसना चावल जमा होता था, लेकिन इस साल उसना चावल लेना सेंट्रल ने बंद कर दिया है। यही कारण है कि उसना चावल के मिलर्स भी अब अरवा चावल की मिलिंग कर रहे हैं। इस साल सेंट्रल में महासमुंद जिले से करीब 60 लाख टन चावल जमा होगा। वहीं 20 लाख टन नागरिक आपूर्ति में जमा होगा।

मालूम हो कि अभी तक 51734.3042 टन चावल जमा किया जा चुका है। गोदाम भर जाने के कारण कई बोरी चावल गोदाम के बाहर ही स्टेक बनाकर रखा गया है। बताया जा रहा है कि संबलपुर रेलवे डिवीजन से रैक नहीं लगने के कारण चावल खाली नहीं हो रहा है। जब तक यहां का चावल खत्म नहीं होगा, मिलर्स को एफसीआई में चावल जमा करने की अनुमति नहीं होगी। इसके चलते मिलिंग कार्य प्रभावित होगा और मिलर्स को उपार्जन केंद्रों से धान का उठाव करने में भी परेशानी होगी।

जिले के गोदामों में चावल जमा हो जाने केचलते खरीदी से धान खरीदी से लेकर धान का उठाव और चावल जमा करने तक की व्यवस्था प्रभावित हो गई है। इस संबंध में भारतीय खाद्य निगम के अफसरों का कहना है कि रेलवे से रैक  प्वाइंट नहीं लगने के कारण चावल का उठाव नहीं हो रहा है। इसी केकारण गोदाम भी फुल है।       जानकारी के मुताबिक महासमुंद जिला मुख्यालय स्थित एफसीआई गोदाम के अलावा शहर के बाहर में किराए पर लिया गोदाम भी फुल हो गया है। वहां भी चावल रखने के लिए जगह नहीं है। दूसरी ओर जिले में प्रतिदिन हजारों टन चावल की मिलिंग हो रही है। मिलर्स मिलिंग हुए चावल को जमा करने को लेकर परेशान हैं। मिलर्स का कहना है कि मिलिंग की रफ्तार कम होने के कारण समितियों से धान का उठाव भी नहीं हो रहा है। जिले के 100 से अधिक समितियों में धान बफ र लिमिट से अधिक जाम है। मिलर्स को जारी अलॉट भी समाप्त हो गया है। जब तक सेंट्रल से नया अलॉटमेंट जारी नहीं होगा, तब तक मिलर्स एफसीआई में चावल जमा नहीं कर पाएंगे।

विभाग से मिली जानकारी के अनुसार एफसीआई में 17 हजार मीट्रिक टन की क्षमता है और भारतीय खाद्य निगम एफसीआई के गोदाम पूरी तरह से फुल हो चुके हैं। दूसरी ओर मिलों से प्रतिदिन 27 हजार मीट्रिक टन चावल निकल रहा है। मालूम हो कि भारतीय खाद्य निगम में चावल जमा करने की क्षमता करीब 17 हजार टन है। एक बार में 17 हजार टन चावल जमा होता है। इसके साथ ही 35 हजार टन का अलग से किराए भी लिया गया है। यहां भी पूरा चावल भरा हुआ है। अभी तक 51734.3042 टन चावल जमा किया जा चुका है।       जानकारी के मुताबिक जिला मुख्यालय स्थित नागरिक आपूर्ति निगम के गोदाम में भी अब तक 10080.103 टन चावल जमा हो चुका है। बारिश की वजह से फिलहाल व्यवस्था गड़बड़ा गई है।

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