कोरिया

शहर के बीच से गुजरने वाली एनएच-43 के चौड़ीकरण को लेकर संशय
16-Jan-2022 6:42 PM
शहर के बीच से गुजरने वाली एनएच-43 के चौड़ीकरण को लेकर संशय

चौड़ीकरण होगा, मुआवजा का प्रस्ताव सरकार के पास- अंबिका

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बैकुंठपुर (कोरिया), 16 जनवरी। शहर के मध्य से गुजरने वाली एनएच- 43 के चौड़ीकरण कार्य को लेकर लोगों के बीच कई तरह की आशंका जताई जा रही है कि सडक़ चौड़ीकरण होगा या फिर मरम्मत के बाद ऐसे ही सडक़ रहेगी। वहीं इस संबंध में बैकुंठपुर विधायक और संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव का कहना है कि शहर का चौड़ीकरण होगा। मुआवजा के लिए प्रस्ताव सरकार के पास गया हुआ है, आते ही चौड़ीकरण को लेकर कार्रवाई होगी।

वर्तमान में खरवत से शहर बैकुंठपुर क्षेत्र होते जमगहना बाईपास में एनएच 43 पर मिलता है। खरवत से जमगहना के मध्य एनएच की स्थिति जगह-जगह पर जर्जर हो गयी और कई जगहों पर गड्ढे बन गये हंै। कुछ दिसंबर में प्रशासन द्वारा जर्जर एनएच-43 के मरम्मत का कार्य शुरू कराया गया, साथ ही कुछ जगहों पर सडक़ किनारे नाली निर्माण कार्य भी कराया जा रहा है, जिसे देखकर कुछ लेागों के मन में यह बात घर कर गयी है कि सडक़ का चौड़ीकरण नहीं होगा। इसी तरह मरम्मत कार्य कराया जाएगा क्योंकि सडक़ किनारे लगभग दोनों ओर 20 फीट की दूरी पर नाली निर्माण कार्य भी कराया जाएगा। ऐसे में भविष्य में नाली को तोडक़र सडक़ चौड़ीकरण कैसे होगा।

 जबकि एनएच से जुड़े जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि अभी सडक़ मरम्मत के लिए राशि स्वीकृत हुई है, उस पैसों से सडक़ का मरम्मत कार्य कराया जा रहा है, लेकिन आने वाले समय में एनएच-43 का चौड़ीकरण का कार्य कराया जाएगा। यानी सडक़ किनारे बनाये जा रहे नाली को फिर से तोडक़र सडक़ चौड़ीकरण का कार्य किया जाएगा। वर्तमान में जिन जगहों पर सडक़ ज्यादा जर्जर व गड्ढे युक्त हो गये हैं, उन जगहों पर सड़क़ को पूरी तरह से उखाडक़र नये सिरे से बनाया जा रहा है, इसके लिए पूर्व में ही करोड़ों रूपये की राशि मिली थी।

जानकारी के अनुसार खरवत बायपास से जमगहना बायपास तक जर्जर एनएच 43 का फिलहाल मरम्मत कार्य किया जा रहा है, बाद में चौड़ीकरण का कार्य पूरा किया जाएगा। सडक़ चौड़ीकरण को लेकर संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव ने भी पूर्व में स्पष्ट कर चुकी है कि सडक़ चौड़ीकरण हर हाल में होगा।

करोड़ों का मुआवजा प्रकरण बनकर तैयार

जानकारी के अनुसार शहर के मध्य से गुजरने वाले एनएच  43 के लिए जिला प्रशासन ने कई टीम गठित किया था, जिनके द्वारा सडक़ के दोनों ओर नापजोख की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है तथा मुआवजा प्रकरण भी तैयार कर लिया गया है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सडक़ चौड़ीकरण का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा गया है, जहां से स्वीकृति मिलने के बाद प्रभावित लोगों को मुआवजा की राशि मिलने के साथ ही मुआवजा का वितरण किया जाएगा, इसके बाद तत्काल ही सडक़ चौड़ीकरण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। 

कई दुकानें होंगी चौड़ीकरण की जद में

शहर के मध्य से गुजरने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग की चौड़ीकरण को लेकर युवाओं द्वारा अभियान चलाया गया था, जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया और सडक़ चौड़ीकरण को लेकर टीम बनाई और नाप जोख की प्रक्रिया पूरी की गयी।

जानकारी के अनुसार शहर के मध्य नगर पालिका कार्यालय से लेकर फव्वारा चौक तक सडक़ के दोनों ओर  30-30 फीट चौड़ी की जाएगी, इसके जद में कई लोगों के दुकान आ रहे हैं, जिससे कि सडक़ चौड़ीकरण को लेकर ऐसे सभी दुकानदारों की दुकान तोड़ी जाएगी, जो चौड़ीकरण की जद में आ रहे हंै।

बताया जा रहा है कि कई लोगों की दुकान जो चौड़ीकरण में फंस रहे हैं, उनके निजी पट्टे नहीं है, बल्कि लीज की भूमि पर दुकानें बनी है, ऐसे लेागों को मुआवजा भी नहीं मिल पाएगा। वहीं शहर फव्वारा चौक के आगे तथा नगर पालिका कार्यालय के आगे सडक़  के दोनों ओर 40-40 फीट सडक़ चौड़ीकरण होगी। इस बीच भी कई लेागों के मकान के साथ दुकान चौड़ीकरण में फंस रही है।

30 व 40 फीट को लेकर लोगों में आपत्ति

शहर क्षेत्र में ही सडक़ चौड़ीकरण को लेकर प्रशासन के दोहरे मापदण्ड को लेकर शहर  क्षेत्र के लोग ही सवाल उठा रहे हंै। जानकारी के अनुसार सडक़ चौड़ीकरण में नगर पालिका कार्यालय से फव्वारा चौक तक सडक़ के दोनों ओर  30-30 फीट चौड़ीकरण करना निर्धारित किया गया है, जबकि इसके दोनों ओर 40-40 फीट चौड़ी की जाएगी।

इस दोहरे मापदण्ड को लेकर शहर क्षेत्र के लोगों के द्वारा यह कहते हुए आपत्ति की जा रही है कि यदि शहर के मध्य में 30-30 फीट चौड़ीकरण किया जा रहा है तो इसके बाद भी उतना ही चौड़ीकरण किया जाये या फिर खरवत बायपास से जमगहना बायपास तक 40-40 फीट तक ही चौड़ीकरण किया जाये।

इस तरह लोगों का कहना है कि  खरवत बायपास से जमगहना बायपास तक एक समान चौड़ीकरण किया जाये तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी। ज्ञात हो कि यदि 30-30 फीट चौड़ीकरण नपा कार्यालय तथा फव्वारा चौक के बाद एक समान चौड़ीकरण किया जाता है तो कई लोगों के दुकान व मकान सुरक्षित हो जाएंगे।

250 से 300 हरियाली पर चलेगी कुल्हाड़ी

शहर विकास को लेकर एनएच 43 के चौड़ीकरण के लिए जो सीमा निर्धारित की गयी है, यदि उसी नाप की सीमा के आधार पर चौड़ीकरण का कार्य कराया जाता है तो खरवत बायपास से लेकर जमगहना बायपास तक सडक़ के दोनों ओर करीब  250 से  300 सौ से ज्यादा हरे भरे पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलानी होगी। करीब 8 किमी के अंतराल में इससे कहीं ज्यादा छोटे-बड़े पेड़ सडक़ के दोनों ओर स्थित है। जिनका अस्तित्व समाप्त हो जायेगा। वर्षों से तैयार पेड़ों की कुछ ही दिनों में बलि सडक़ चौड़ीकरण को लेकर दे दी जायेगी। शहर के भट्टीपारा में ही रियासतकालीन कई बड़े पेड़ स्थित हैं, जिनका अस्तित्व विकास को लेकर समाप्त हो जायेगा। जिसे लेकर पर्यावरण प्रेमियों में चिंता बनी हुई है। एक पेड़ को तैयार होने में वर्षों लगते है लेकिन उन पर कुल्हाड़ी चलाकर अस्तित्व मिटाने में कुछ ही देर लगता है। 

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