बलौदा बाजार
कसडोल क्षेत्र के वन परिक्षेत्र कंजिया झालपानी मार्ग का मामला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 16 जनवरी। बलौदाबाजार सोनाखान वन परिक्षेत्र में कंजिया से झालपानी वन मार्ग पर डब्ल्यूबीएम सडक़ निर्माण कार्य निविदा प्रक्रिया करने से पहले 35 लाख रुपये की लागत से करीब तीन किमी लंबी डब्ल्यूबीएम सडक़ बना दी गई है। लोगों ने आरोप लगाया है कि डब्ल्यूबीएम सडक़ निर्माणकर्ता ने स्तरहीन निर्माण सामग्रियों का खुलकर उपयोग किया है। वहीं मंडल अधिकारी के खौफ में मैदानी कर्मचारी निर्माणकर्ता को कुछ बोलने में भी हिचक रहे हैं।
बलौदाबाजार वन मंडल अंतर्गत सोनाखान वन परिक्षेत्र में कंजिया से झालपानी वन मार्ग में डब्ल्यूबीएम सडक़ निर्माण कार्य के लिए शासन द्वारा 34 लाख 76 हजार रुपये स्वीकृत किया गया है। इस निर्माण कार्य के लिए अभी निविदा प्रक्रिया चल ही रहा है और सडक़ निर्माण कार्य वन मंडलाधिकारी के इशारे पर एक प्रभावशाली व्यक्ति द्वारा पूर्ण कर दिया गया है। सडक़ निर्माणकर्ता सडक़ निर्माण के लिए मुरूम के स्थान पर वन क्षेत्र से ही पोकलेन मशीन से खोदाई कर मिट्टी को डाल दिया गया है। अभी पिछले दिनों हुई झमाझम बारिश से सडक़ निर्माण के लिए डाले गए मिट्टी कीचड़ में तब्दील हो गया था, जिसके कारण ग्रामवासियों को आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सडक़ निर्माणकर्ता द्वारा प्राक्कलन के अनुरूप गिट्टी डालने के बजाय फर्शी पत्थर का उपयोग खुलेआम किया गया।
कार्यशैली पर उठा रहे सवाल
लोगों ने सवाल किया है कि निविदा प्रक्रिया पूरी होने से पहले ही करीब 35 लाख रुपये का सडक़ निर्माण हो जाना वन विभाग के मैदानी कर्मचारियों व वन मंडल अधिकारी की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाता है। यदि विभाग के उच्च अधिकारी या मैदानी कर्मचारियों का सांठगांठ नहीं है तो वन क्षेत्र जहां पर वन विभाग के अनुमति के बिना एक ढेला रखना मुश्किल है, वहां पर 35 लाख रुपये की लागत से करीब तीन किमी लंबी डब्ल्यूबीएम सडक़ कैसे बन गई वह भी निविदा खुलने से पहले। इस संबंध में वन मंडल अधिकारी केआर बढ़ई से उनका मोबाइल पर संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।
दो अधिकारियों के अलग-अलग बयान
एसडीओ विनोद सिंह ठाकुर का कहना है कि कंजिया झालपानी मार्ग का निविदा नहीं किया जाना है। विभाग द्वारा कराया जाएगा।
वन परिक्षेत्र अधिकारी गोविंद सिंह का कहना है कि कंजिया झालपानी डब्ल्यूबीएम मार्ग निर्माण की निविदा प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हुई है। निर्माणकर्ता द्वारा मना करने के बाद भी जबर्दस्ती निर्माण किया गया है।