गरियाबंद
दान की महान संस्कृति का परिचायक है छेरछेरा पर्व
17-Jan-2022 2:26 PM
नवापारा-राजिम, 17 जनवरी। अन्नदान का पर्व छेरछेरा नगर सहित अंचल में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर सुबह से ही बच्चे, युवक, युवतियों हाथ में थैला, टोकरी व बोरी लेकर घर-घर में जाकर छेरछेरा, माई कोठी के धान ल हेरहेरा कहते हुए मांगा।
व्याख्याता पूरन लाल साहू ने कहा कि छेरछेरा का पर्व प्रतिवर्ष पौष माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। छेरछेरा छत्तीसगढ़ का पारंपरिक त्यौहार है। यह छत्तीसगढ़ की कृषि प्रधान संस्कृति और ग्रामीण जनजीवन मे समानता व समन्वय की भावना को प्रकट करता है। छेरछेरा पर्व कृषि प्रधान संस्कृति में दानशीलता की परंपरा को याद दिलाता है।