रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 17 जनवरी। देश में कोरोना वैक्सीनेशन के सफलता एक साल पूरा होने पर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, और देश के चिकित्सा वैज्ञानिकों को बधाई दी। सोमवार को पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने कहा कि कोरोना की पहली लहर आई तो दुनिया को नहीं पता था कि इससे कैसे निपटा जाए। वैज्ञानिकों ने न केवल वैक्सीन तैयार की बल्कि एक साल के भीतर उसे विकसित देशों को उपलब्ध कराया। भारत पूरी दुनिया में वैक्सीनेशन का नेतृत्व कर रहा है। हमने देश में एक साल के भीतर 157 करोड़ लोगों को पहला, और 66 करोड़ लोगों को वैक्सीनेट कर दिया गया है।
चंद्राकर ने आरोप लगाया कि वैक्सीनेशन को लेकर विपक्ष शुरू से नकारात्मक प्रचार करता रहा है। अखिलेश यादव ने इसे भाजपा का वैक्सीन बताकर नहीं लगाया, तो आनंद शर्मा, शशि थरूर, मनीष तिवारी, वैक्सीन का औचित्य पर प्रश्नचिन्ह लगाया। सोनिया, और राहुल गांधी तो रोज बयान बदलते रहे। सीएम बघेल, स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने छत्तीसगढ़ में सरकार तो तीन महीने तक वैक्सीनेशन रोककर रखा था। और जब वैक्सीन आई, तो उसे सरकार ने कमाई का जरिया बनाया। देश में पहली सरकार रही जिसने कोरोना सेस लगाकर 1 हजार करोड़ कमाया। तीन लहर हो चुकी हैं यह राशि कहां खर्च की गई सरकार को बताना चाहिए। पूरा हिसाब सार्वजनिक होना चाहिए।
भाजपा विधायक चंद्राकर ने कहा कि इतनी बड़ी कमाई के बाद सरकार 46 ऑक्सीजन प्लांट के मेंटेनेंस के लिए पैसे नहीं दे रही। सरकार में थोड़ी भी नैतिकता है, तो विधानसभा में हिसाब रखे। सरकार की चुनावी घोषणाओं को पूरा करने को लेकर मंत्री रविन्द्र चौबे के दावे पर चंद्राकर ने कहा कि चौबे विश्वसनीय नहीं रहे। पहले गंगाजल लेकर शराबबंदी की कसम खाई, फिर उससे मुकरे, अब बेरोजगारी भत्ते को भी टाल रहे हैं। चंद्राकर ने कांग्रेस की हर चुनावी घोषणा, और उसकी पूर्णता पर बहस की चुनौती दी। चर्चा के दौरान भाजपा नेता नरेश गुप्ता, केदार गुप्ता, और अनुराग अग्रवाल भी मौजूद थे।