कोरबा
वापस लाने जुटी पुलिस
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 18 जनवरी। बड़े शहर जाकर ज्यादा पैसे कमाने का लालच देकर जिले के पहाड़ी कोरवा, बिरहोर व आदिवासी जनजाति के लोगों को कर्नाटक के बेंगलुरू जिला में बंधक बनाकर काम कराए जाने का मामला पुलिस के पास आया है। पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने इस मामले में टीम बनाकर पीडि़त पक्षों से जानकारी जुटा कर त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हंै।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार अपने परिजन व बच्चों को कर्नाटक से सकुशल वापसी को लेकर चिंतित परिजनों ने क्षेत्रीय युवा नेता संजय सिंह गौड़ के साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा को ज्ञापन सौंपा।
बालको थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत अजगरबहार (दलदली मोहल्ला) निवासी शुकवारो बाई, ईतवारिन बाई ने बताया कि परिवार के सदस्य कमाने-खाने के नाम पर बांधापाली रामपुर निवासी सुभाष केंवट एजेंट के माध्यम से कर्नाटक के बेंगलुरू जिला अंतर्गत बैटिकगांव में अच्छे कमाई का लालच देकर एक माह पूर्व 15 दिसंबर 2021 को ले जाए गए हैं। बोरवेल कंपनी के मालिक द्वारा इनसे जबरन काम कराया जा रहा है। उनके मोबाईल जब्त कर बंधक बना कर काम कराया जा रहा है और परिजनों से बातचीत या संपर्क करने नहीं दे रहे हैं। काम पर गए सभी लोग घर वापस आना चाहते हैं, लेकिन उन्हें आने नहीं दिया जा रहा है, जिससे सभी चिंतित हैं।
शुकवारो व ईतवारिन बाई ने बताया कि हम गरीब परिवार पहाड़ी कोरवा, बिरहोर विशेष पिछड़ी जनजाति से हैं।
बंधक बनाए गए लोगों में जोतराम बिरहोर (17) अजगरबहार, भवनराम बिरहोर (16) अजगरबहार, रामसिंह कोरवा (36) लेमरू, दिलीप कुमार कोरवा (22) लेमरू, सिखाऊराम (26) लेमरू, पसऊ राम कोरवा (18) लेमरू व पुन्नीराम बिरहोर (16) देवपहरी शामिल हैं। इस मामले में पुलिस जरूरी जानकारी जुटाकर जिले के निवासियों को कोरबा वापस लाने की कार्रवाई कर रही है।