दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 18 जनवरी। दुर्ग नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष अजय वर्मा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि विधायक अरुण वोरा द्वारा विकास कार्यों के लिए मुख्यमंत्री से 5 करोड़ रुपए सीमेंटीकरण के लिए एवं 15 करोड़ रूपए डामरीकरण के लिए मांग की गई। किंतु मुख्यमंत्री के द्वारा उनकी मांगों को केवल विचारार्थ रख देना और एक भी रुपए की स्वीकृति नहीं देना यह दर्शाता है, कि दुर्ग विधायक में प्रशासनिक क्षमता नहीं होने के कारण सरकार में नहीं चलती, इसीलिए मूलभूत जैसे महत्वपूर्ण विषय में उनकी मांगों को दरकिनार कर दिया गया।
भाजपा पार्षद दल के नेता प्रतिपक्ष अजय वर्मा सहित पार्षद गण गायत्री साहू, कांशीराम कोसरे, चंद्रशेखर चंद्राकर, नरेंद्र बंजारे, देवनारायण चंद्राकर, चमेली साहू, लीना दिनेश देवांगन, मनीष साहू, नरेश तेजवानी, अजीत वैद्य, ओम प्रकाश राकेश सेन, पुष्पा गुलाब वर्मा, शशि द्वारिका साहू, कुमारी साहू, हेमा जगदीश शर्मा ने आगे कहा कि इसी शहर में पूर्व महापौर डॉ. तमेर के द्वारा मूलभूत कार्यों के लिए एकमुश्त 51 करोड़ रुपए लाया गया था। इसके अलावा इसी निगम में अनेकों बार मूलभूत कार्य जैसे सडक़ सीमेंटीकरण, डामरीकरण, डब्ल्यू एमएम मार्गो के निर्माण एवं नाली निर्माण के लिए 20 करोड़ या 30 करोड़ की राशि दुर्ग निगम को प्राप्त हो चुकी है और वर्तमान समय में जब पूरे शहर की सडक़ जर्जर है, विधायक के द्वारा 5 करोड़ की राशि मांगना हास्य पद है तथा उसे भी मुख्यमंत्री के द्वारा मंजूर नहीं किया जाना दुर्ग शहर के नागरिकों के लिए दुर्भाग्यजनक है। साथ ही साथ विकास कार्य नहीं होने के कारण वर्तमान परिषद के पार्षदों को नागरिकों को जवाब देते नहीं बन रहा है।
नेता प्रतिपक्ष अजय वर्मा ने आगे कहा कि खासकर दुर्ग शहर के आउटर वार्डों के अंदरूनी सडक़ों की स्थिति अत्यंत खराब है, और विधायक एवं महापौर के द्वारा प्रदेश सरकार से रुपया नहीं ला पाने के कारण कातुलबोड़, उरला, बघेरा, पुलगांव, पोटिया, बोरसी क्षेत्र के नागरिक नारकीय जीवन जीने को मजबूर है। मूल दुर्ग शहर में नालियों का लेबल खराब होने एवं नया निर्माण नहीं होने के कारण नालियों में बहाव नहीं है, जिससे शहर के अनेकों क्षेत्रों में बदबूदार माहौल बना रहता है साथ ही संक्रामक रोग फैलने का भय जनमानस में बना रहता है।
नेता प्रतिपक्ष अजय वर्मा ने विधायक से मांग करते हुए कहा है कि दुर्ग शहर के नागरिकों को बड़ी बड़ी योजनाओं की बात करके मुंगेरीलाल के हसीन सपने दिखाना छोडक़र सडक़ नाली का कार्य प्राथमिकता से कराएं, जिससे शहरवासी सुख चैन की जिंदगी जी सकें।