रायपुर

अभनपुर-आरंग में रेत माफिया ने बर्बाद की खेती की कई एकड़ जमीन, शिकायतों की भरमार, अवैध भंडारण का सर्वे, लेकिन कार्रवाई सिफर
18-Jan-2022 4:32 PM
अभनपुर-आरंग में रेत माफिया ने बर्बाद की खेती की कई एकड़ जमीन, शिकायतों की भरमार, अवैध भंडारण का सर्वे, लेकिन कार्रवाई सिफर

जिला खनिज विभाग की कार्रवाई में मामूली जुर्माना

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 जनवरी। 
जिले के अभनपुर और आरंग बेल्ट में रेत के अवैध भंडारण  करने वाले माफियाओं पर कार्रवाई के नाम पर विभाग में खानापूर्ति हो रही है।
यह खुलासा खुद माइनिंग विभाग की रिपोर्ट से हुआ है जब 27 से ज्यादा जगहों में रेत के अवैध भंडारण पकड़े जाने के बाद आधे से भी कम लोगों पर कार्रवाई किया गया है। सर्वे रिपोर्ट में रेत माफियाओं के सक्रिय होकर किसानों की जमीन को नुकसान पहुंचाए जाने के केस में कार्रवाई संदेह के दायरे में घिर रही है।

माइनिंग विभाग ने इस साल कार्रवाई का जो ब्योरा पेश किया है उसमें से रेत के अवैध भंडारण के सिर्फ 9 प्रकरण ही दर्ज किए गए हैं। इसमें जांच कार्रवाई करते हुए नौ लाख रुपये जुर्माना वसूल किया जा सका है। जबकि जितने ठिकानों में अवैध भंडारण पकड़े गए हैं, उसमें ही खनिज विभाग में राजस्व चोरी का हिसाब करोड़ों रुपये बताया जा रहा है। अभनपुर-आरंग के ज्यादातर गांवों में पूरे बारिश के सीजन में रेत माफियाओं ने दबंगई दिखाते हुए किसानों के खेती जमीन को कब्जे में लेकर यहां रेत के टीले बनाए थे। और महंगे दामों में रेत का अवैध तरीके से परिवहन भी किया। ग्राम हरदीडीह के एक किसान ने जान को खतरा बताकर मंदिर हसौद थाना में शिकायत भी दर्ज कराई, लेकिन इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो पाई।
माइनिंग विभाग की रिपोर्ट कार्ड
वर्ष: 2021-22- दर्ज किए प्रकरण
अवैध परिवहन-    66
अवैध भंडारण-    9
अवैध उत्खनन-    13
वर्ष: 2020-21- दर्ज किए प्रकरण
अवैध परिवहन-    408
अवैध भंडारण-    10
अवैध उत्खनन-    41
सटीक रिपोर्ट विभाग में
दबी, राजस्व को क्षति
विभागीय सूत्रों का पक्का दावा है सितंबर-अक्टूबर महीने में माइनिंग विभाग ने जो कार्रवाई करते हुए 27 जगहों में अवैध भंडारण का प्रकरण बनाया था।
यहां रेत के भंडारण का हिसाब ही नहीं जुटाया जा सका। बनाए गए रेत के पहाड़ में मात्रा की गणना सही समय पर नहीं हो पाई। जब मौका मिला तक माफिया धीरे-धीरे रेत खाली करते चले गए। समय पर सर्वे गणना रिपोर्ट की फाइलें दबा दी गई। जितना भंडारण था उस हिसाब से जुर्माना कार्रवाई का ही हिसाब करोड़ों रुपये के पार था, लेकिन कार्रवाई में लेटलतीफी करने से सीधे नुकसान शासन के खजाने को हुआ।

क्षेत्र में दबदबा
रेत माफियाओं का क्षेत्र में दबदबा है। माइनिंग अफसरों को सूचना देने पर भी कार्रवाई नहीं होती। बारिश के दिनों में माफियाओं ने किसानों की जमीनों को नुकसान पहुंचाते हुए जमके कमाई की।
- परमानंद जांगड़े, पूर्व जिलां पंचायत सदस्य, रायपुर

रेत के अवैध भंडारण करने वाले अब तक नौ प्रकरण बनाकर आरोपियों से जुर्माना वूसल किया गया है। बाकी मामलों में भी  जांच कर वैधानिक कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है।
-एसके मारवाह, उप संचालक, जिला खनिज विभाग

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news