बीजापुर
किसानों ने कृषि कर्मियों पर लगाया आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 18 जनवरी। नि:शुल्क पावर स्प्रेयर के नाम पर किसानों से उगाही का आरोप है। किसानों ने कृषि कर्मचारियों पर प्रति पावर स्प्रेयर के एवज में 1 हजार रुपये लेने का आरोप लगाया है।
जिले के किसानों की फसलों को कीटों और रोगों से बचाने के लिए शासन ने किसानों के लिए नि:शुल्क पावर स्प्रेयर देने की योजना की शुरुआत की थी। डीएमएफ मद से जिले के 1048 किसानों को कृषि विभाग ने सितंबर - अक्टूबर में पावर स्प्रेयर का वितरण किया था। शासन की योजना के अनुसार किसानों को पावर स्प्रेयर नि:शुल्क देना था। किसानों का आरोप है कि कृषि विभाग के कर्मचारियों ने किसानों से पावर स्प्रेयर के नाम पर प्रति पावर स्प्रेयर के एवज में 1 हजार रुपये ले ली।
किसान बबलू समतुल और रामलाल समतुल निवासी कोटेर ने बताया कि उन्हें भी अपने खेतों में फसलों में छिडक़ाव करने के लिए कृषि विभाग से पावर स्प्रेयर दिया गया था। उन्होंने बताया कि उनके गांव में कृषि विभाग से आरईओ आये थे। उन्होंने हमसे कहा कि आप जिला कार्यालय आइए और अपना पावर स्प्रेयर ले लीजिए। जैसा हमें बताया गया हम कृषि विभाग पहुंचे तो कर्मचारियों ने कहा कि पावर स्प्रेयर चाहिए तो एक-एक हजार हमें देना होगा, उसके बाद ही आपको पावर स्प्रेयर मिलेगा। इसके बाद हमने एक-एक हजार कर्मचारियों को दे दिया।
किसानों का अब ये कहना है कि जब शासन ने हमें नि:शुल्क पावर स्प्रेयर देने की योजना बनाई है तो कर्मचारियों ने हमसे रुपये क्यों वसूले?
ज्ञात हो कि जिले में 1048 किसानों को पावर स्प्रेयर दिया गया है। प्रत्येक पावर स्प्रेयर की कीमत 5 हजार से अधिक है।
इस बारे में कलेक्टर राजेन्द्र कटारा ने कहा है कि अगर ऐसा हुआ है तो ये गलत है। इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी। इस विषय पर जब कृषि विभाग के उपसंचालक प्रताप कुशरे से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मीडिया के माध्यम से उन्हें इस मामले की जानकारी मिली है। ये जांच का विषय है। किसी कर्मचारी ने किसानों से रिश्वत ली है तो कार्रवाई की जाएगी।