राजनांदगांव
खैरागढ़ उपचुनाव में अजा वर्ग को प्रत्याशी बनाने पर मंथन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 जनवरी। खैरागढ़ विधानसभा के उपचुनाव में छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस को अनुसूचित जाति वर्ग से एक मजबूत चेहरे की तलाश है। दिवंगत विधायक देवव्रत सिंह के निधन से खाली हुए इस सीट पर जोगी कांग्रेस अजा वर्ग से प्रत्याशी बनाने पर गंभीरतापूर्वक विचार कर रही है। पार्टी के रणनीतिकार उपचुनाव में अनुसूचित जाति वर्ग के वोटों के ध्रुवीयकरण के जरिये चुनाव में दमखम लगाने पर जोर लगा रही है।
चर्चा है कि पार्टी जिला पंचायत एवं जनपद चुनाव में विजयी हुए इस वर्ग के चेहरे की तलाश कर रही है। खैरागढ़ विधानसभा में अनुसूचित जाति वर्ग की मतदाताओं की अच्छी खासी जनसंख्या है। विशेषकर गंडई और छुईखदान क्षेत्र में अजा वर्ग की बाहुल्यता है। अजा वर्ग का कार्ड खेलकर जोगी कांग्रेस सत्तारूढ़ कांग्रेस और भाजपा को शिकस्त देने का मंसूबा पाले हुए हैं। राजनीतिक रूप से यह उपचुनाव जोगी कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठित हो गया है। खैरागढ़ विधानसभा सीट जोगी कांग्रेस के खाते में रहा है। स्व. देवव्रत ने जोगी कांग्रेस के बैनर तले ही जीत हासिल की थी।
मिली जानकारी के मुताबिक देवव्रत की पूर्व पत्नी पदमादेवी सिंह ने जोगी कांग्रेस को पहले से ही अलविदा कह दिया है। जिसके चलते पार्टी को अपनी रणनीति पर बदलाव करना पड़ रहा है। वहीं मौजूदा पत्नी विभा सिंह को लेकर जनसमर्थन नहीं है। बदले हुए समीकरण के चलते जोगी कांग्रेस अजा वर्ग से उम्मीदवार बनाए जाने पर गहरा मंथन कर रही है।
इस संबंध में ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में अमित जोगी ने कहा कि चुनाव आयोग ने अब तक तारीख का ऐलान नहीं किया है। फिलहाल पार्टी अपने स्तर पर चुनावी तैयारी कर रही है।