बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 19 जनवरी। नगर सहित पूरे अंचल में बीते पांच-छह दिनों से सूर्यदेव के दर्शन नहीं होने तथा बदली छाए रहने से एक ओर जहां ठंड बढ़ गई है, वहीं शासन द्वारा समर्थन मूल्य में धान खरीदी कर रही समितियों में धान की बंपर आवक से धान को सुरक्षित रखने में भी समिति प्रबंधकों के पसीने छूट रहे हैं। मौसम में आए एकाएक बदलाव के चलते हुई बारिश से अब तक एक ओर जहां रबी फसलों पर किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ है। वहीं, बदली की वजह से सब्जी की फसलों में कीट प्रकोप की आशंका बढ़ गई है। इस वर्ष मौसम की आंख मिचौली लोगों के साथ सब्जी उत्पादक किसानों के लिए आफत बन रही है।
विदित हो कि बीते पांच-छह दिनों से समूचे क्षेत्र में बदली तथा बारिश का मौसम रहा है। बारिश तथा बदली की वजह से रबी की फसलों के साथ ही साथ सब्जियों की फसलें जमकर प्रभावित हुई हैं। बारिश की वजह से सर्वाधिक नुकसान सब्जी का उत्पादन करने वाले किसानों को उठाना पड़ रहा है। बारिश की वजह से सब्जी बाड़ी में पानी तथा कीचड़ से पालक, मेथी, बथुआ, टमाटर के पौधे कीचड़ की वजह से खराब हो गए हैं। वहीं, बदली के चलते कई सब्जियों में कालापन तथा कीट प्रकोप की शिकायत बढ़ गई है।
बलौदाबाजार के आसपास सब्जी का उत्पादन करने वाले छोटे किसानों पुष्पा यादव, भगवंतीन यादव, तोरण यादव, हीरा केंवट आदि ने बताया कि बदली तथा बारिश की वजह से सब्जियों में कीट प्रकोप की शिकायत बढ़ गई है। फूल गोभी, पत्ता गोभी जैसी सब्जियों को कीड़े काटने लगे हैं, वहीं टमाटर, सेम, लौकी, बैंगन में कीट प्रकोप की वजह से छेद हो गया है, जिससे सब्जी जल्दी सडऩे लगेगी। शीत ऋतु में सर्वाधिक डिमांड में रहने वाली मेथी भाजी, पालक भाजी, लाल भाजी, बथुवा भाजी के पत्तों में मौसम तथा कीट प्रकोप की वजह से छेद हो गया है। वहीं, बीते दिनों की बारिश में भाजी के छोटे पौधे सड़ चुके हैं, जिसकी वजह से अब दोबारा बुवाई करनी पड़ेगी।
किसानों ने बताया कि अब किसानों का कीटनाशक में अधिक खर्च बढ़ेगा। वहीं सब्जियां आगामी सप्ता भर में बाजार में आने लायक हो गई थीं, उन्हें अब जल्दी बेचना पड़ेगा। जिसके बाद अब सब्जियों की आगामी खेप में देरी होगी। कीट प्रकोप की वजह से सब्जियों में छेद इल्ली की शिकायत बढ़ गई है। कीट प्रभावित सब्जियों को किसानों को आनन- फानन में बेचना मजबूरी हो गई है।
रबी फसलों फिलहाल नुकसान नहीं
वर्तमान की बारिश से एक ओर जहां सब्जी उत्पादक किसान हलाकान हैं, वहीं कृषि विभाग के अधिकारियों ने रबी फसलों पर फिलहाल किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं होने की बात कही है। कृषि विभाग के उप संचालक एस.एस. पैंकरा ने बताया कि बीते दिनों हुई बारिश अधिक तेज नहीं हुई है, जिसकी वजह से खेतों में पानी पूरी तरह से भर जाए यह स्थिति नहीं रही है। रबी फसलों में सर्वाधिक गेहूं, चना, सरसों तथा तिवरा का उत्पादन किया जाता है, परंतु बीते दिनों हुई बारिश रबी फसलों के लिए लाभदायक ही रही है अभी किसी भी प्रकार का नुकसान नहीं है। यदि बारिश अधिक होती तथा खेतों में भी पानी भर जाता तब नुकसान वाली स्थिति हो सकती थी, परंतु फिलहाल रबी उत्पादक किसान राहत में है।
सब्जी की फसल पर इल्ली बढ़ी
लगातार बदली की वजह से इन दिनों सब्जी की फसल लेने वाले किसान इल्ली तथा अन्य कीट प्रकोप से अत्यधिक परेशान हैं। टमाटर, फूलगोभी, सेम, शिमला मिर्च, बैंगन, मटर जैसी सीजन की प्रमुख सब्जियों में इन दिनों कीटप्रकोप बढऩे की पूरी आशंका है। कीट प्रकोप की वजह से फूलगोभी तथा शिमला मिर्च में जहां छेद होने लगा है, वहीं टमाटर तथा सेम जैसी सब्जियों में कालापन तथा छेद की शिकायत बढ़ गई है। जानकारों के अनुसार हालिया मौसम में आए बदलाव तथा बारिश होने से मकर संक्रांति के बाद विदा होती ठंड फिर से वापस आ गई है। मौसम साफ होते ही ठंड के तेज होने की पूरी संभावना है।